भारत-चीन संबंधों में नई शुरुआत: हवाई सेवाओं और कैलाश मानसरोवर यात्रा पर बनी सहमति

भारत और चीन के बीच रिश्तों में सुधार की पहल
भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रही तनावपूर्ण स्थिति के बाद, दोनों देशों ने अपने संबंधों को फिर से सामान्य करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं। हाल ही में भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा और चीन के उप विदेश मंत्री सुन वेइडोंग के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें दोनों पक्षों ने संबंधों को स्थिर और मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की।
हवाई सेवाओं की बहाली पर सहमति
विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, भारत और चीन ने सीधी हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करने के लिए प्रक्रियाओं को तेज करने का निर्णय लिया है। विदेश सचिव ने एक अद्यतन एयर सर्विस एग्रीमेंट को जल्द अंतिम रूप देने की उम्मीद जताई।
जनकेंद्रित पहल पर जोर
बयान में यह भी कहा गया कि दोनों देशों ने जनकेंद्रित पहलों को प्राथमिकता देने के साथ-साथ आपसी संबंधों को स्थिर और मजबूत करने पर सहमति जताई। यह वार्ता इस साल 27 जनवरी को बीजिंग में हुई पिछली बैठक की समीक्षा के रूप में आयोजित की गई थी।
कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए चीन का आभार
विदेश सचिव ने इस वर्ष कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने में चीनी सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। इसके साथ ही, उन्होंने अप्रैल में ट्रांस-बॉर्डर रिवर्स पर विशेषज्ञ स्तरीय तंत्र की बैठक का उल्लेख करते हुए, हाइड्रोलॉजिकल डेटा और अन्य सहयोग में प्रगति की उम्मीद जताई।
वीजा प्रक्रिया और थिंक टैंक सहयोग पर चर्चा
भारत और चीन ने वीज़ा प्रक्रिया को सरल बनाने और मीडिया तथा थिंक टैंकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर भी सहमति जताई। दोनों देशों ने 2025 में सांस्कृतिक और राजनयिक रिश्तों के 75 साल पूरे होने पर कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए मिलकर काम करने का आश्वासन दिया।
चीन ने गुजरात विमान हादसे पर संवेदना व्यक्त की
चीन के विदेश मंत्रालय ने बताया कि सुन वेइडोंग ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात की, जिसमें उन्होंने 12 जून को गुजरात में हुए विमान हादसे पर दुख और संवेदना व्यक्त की।
वैश्विक मुद्दों पर खुली चर्चा
बैठक के दौरान, सुन वेइडोंग ने कहा कि दोनों पक्षों के साझा प्रयासों से भारत-चीन संबंधों में सुधार और विकास की सकारात्मक गति बनी हुई है। उन्होंने द्विपक्षीय आदान-प्रदान और सहयोग के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर स्पष्ट और गहन बातचीत की।