भारत ने UN में पाकिस्तान को दिया करारा जवाब: आतंकवाद पर उठाए सवाल

भारत का पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार
भारत ने पाकिस्तान को UN में किया बेनकाब: संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ के हालिया भाषण का प्रभावी जवाब दिया। भारत की स्थायी मिशन की प्रथम सचिव पेटल गहलोत ने राइट टू रिप्लाई का उपयोग करते हुए पाकिस्तान को आतंकवाद और उसके झूठे दावों के लिए कठघरे में खड़ा किया।
भारत ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान द्वारा प्रस्तुत की गई जीत की तस्वीरें वास्तविकता से बहुत दूर हैं। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि यह वही पाकिस्तान है जिसने वर्षों तक आतंकवादी समूहों को संरक्षण दिया और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का केवल दिखावा किया।
"अगर नष्ट हुए रनवे और जलते हुए हैंगर को पाकिस्तान के पीएम जीत मानते हैं, तो पाकिस्तान को इसका आनंद लेने दिया जाए" - भारतीय राजनयिक पेटल गहलोत ने UNGA में 😂😂😂 pic.twitter.com/DM8UUeCEOA
— Mr Sinha (@MrSinha_) September 27, 2025
पाकिस्तान का आतंकवाद का महिमामंडन
पेटल गहलोत ने कहा कि इस सभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के बाद, उन्होंने एक बार फिर आतंकवाद का महिमामंडन किया, जो उनकी विदेश नीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने याद दिलाया कि 25 अप्रैल 2025 को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान ने रेसिस्टेंस फ्रंट जैसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठनों का समर्थन किया था, जो जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों के नरसंहार के लिए जिम्मेदार था।
गहलोत ने कहा कि यह वही पाकिस्तान है जिसने ओसामा बिन लादेन को वर्षों तक अपने यहां छिपाए रखा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का दिखावा किया। उनके मंत्रियों ने खुद स्वीकार किया है कि पाकिस्तान दशकों से आतंकी कैंप चला रहा है।
पाकिस्तान के झूठे दावे और भारत का जवाब
भारत की राजनयिक ने पाकिस्तान के दावों को चुनौती देते हुए कहा, "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जिस जीत की बात कर रहे हैं, वह वास्तव में भारतीय हमले में नष्ट हुए उनके एयरबेस, जलते हुए हैंगर और टूटे हुए रनवे की तस्वीरें हैं, जो सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हैं। अगर पाकिस्तान इन्हें जीत मानता है, तो उसे मानने दीजिए।"
उन्होंने स्पष्ट किया कि सच्चाई यह है कि पाकिस्तान भारत में निर्दोष नागरिकों पर आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है और भारत हमेशा अपने लोगों की सुरक्षा के लिए जवाबी कदम उठाएगा।
द्विपक्षीय समाधान का संदेश
भारत ने एक बार फिर यह दोहराया कि भारत और पाकिस्तान के बीच जो भी मुद्दे हैं, वे केवल द्विपक्षीय स्तर पर ही सुलझाए जाएंगे और किसी तीसरे पक्ष की इसमें कोई भूमिका नहीं होगी।