भारत ने UNHRC में पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए

भारत का पाकिस्तान पर आरोप
नई दिल्ली/जिनेवा: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के 60वें सत्र में भारत ने पाकिस्तान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान की सेना ने खैबर पख्तूनख्वा में अपने नागरिकों पर लड़ाकू विमानों से बमबारी की, जिसमें कई निर्दोष लोगों की जान गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
भारत का बयान
भारत की ओर से जिनेवा में स्थायी मिशन के काउंसलर क्षितिज त्यागी ने कहा कि पाकिस्तान अपने ही नागरिकों पर हवाई हमले करता है और फिर मानवाधिकारों की बात करता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पाकिस्तान जैसे देश इस वैश्विक मंच का उपयोग दुष्प्रचार फैलाने के लिए कर रहे हैं।
खैबर पख्तूनख्वा में बमबारी
भारत ने 22 सितंबर की रात खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में हुए कथित हमले का उल्लेख किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान की वायुसेना ने इस क्षेत्र में बमबारी की, जिसमें 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई। स्थानीय प्रतिनिधियों ने इसे ‘जेट बॉम्बिंग’ कहा है। घटनास्थल से आई तस्वीरों में मृत बच्चों के शव और खाटों पर रखे शव देखे गए, जो मानवाधिकार उल्लंघन का गंभीर मामला दर्शाते हैं।
आतंकवाद का संरक्षण
UNHRC में अपने बयान में भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को संरक्षण देने और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधित आतंकियों को पनाह देने का आरोप लगाया। क्षितिज त्यागी ने कहा कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट में है, लेकिन वह आतंक और झूठ फैलाने से बाज नहीं आ रहा है।
पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के उदाहरण
भारत ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के कई उदाहरण दिए, जैसे पुलवामा, उरी, पठानकोट, मुंबई और हाल ही में पहलगाम हमला। इसके अलावा, भारत ने याद दिलाया कि पाकिस्तान ने अल-कायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन को भी पनाह दी थी।
UNHRC से अपील
भारत ने UNHRC से अपील की कि वह निष्पक्ष और वस्तुनिष्ठ बनी रहे। भारत ने कहा कि परिषद को ऐसे प्रयासों से बचना चाहिए जो राजनीतिक विभाजन को बढ़ावा दें।
पाकिस्तान की स्थिति
यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता, मानवाधिकार उल्लंघन और आर्थिक संकट गहराते जा रहे हैं। भारत ने इन मुद्दों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाकर पाकिस्तान को घेरने की रणनीति अपनाई है।