भारत ने UNSC में पाकिस्तान की आतंकवाद नीति पर कड़ा प्रहार किया
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान की आतंकवाद नीति और आर्थिक अस्थिरता पर कड़ा प्रहार किया है। भारतीय प्रतिनिधि ने पाकिस्तान को 'कट्टरता और आतंकवाद में लिप्त' बताते हुए उसकी IMF पर निर्भरता पर भी सवाल उठाए। यह बयान पाकिस्तान के सीमा पार आतंकवाद के समर्थन और उसकी बिगड़ती आर्थिक स्थिति को उजागर करता है। जानें इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर भारत का क्या कहना है और UNSC में उसकी बढ़ती मुखरता के बारे में।
Jul 23, 2025, 15:28 IST
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का कड़ा बयान
भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान को आतंकवाद और आर्थिक अस्थिरता के मुद्दों पर एक बार फिर से कठोर शब्दों में घेरा है। भारतीय प्रतिनिधि ने पाकिस्तान को 'कट्टरता और आतंकवाद में लिप्त' बताते हुए उसे अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से बार-बार कर्ज लेने वाला 'स्थायी कर्जदार' करार दिया। यह तीखा बयान तब आया जब पाकिस्तान ने भारतीय मामलों में हस्तक्षेप करने की कोशिश की। भारतीय राजनयिक ने पाकिस्तान के सीमा पार आतंकवाद के समर्थन और उसकी बिगड़ती आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डाला।भारत ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की आतंकवादी समूहों को अपने देश में पनाह देने की नीति न केवल क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा है, बल्कि यह वैश्विक सुरक्षा के लिए भी गंभीर चुनौती प्रस्तुत करती है। भारत ने दशकों से पाकिस्तान की इस नीति के कारण झेलने वाली समस्याओं का उल्लेख करते हुए उसे आतंकवाद को अपनी राष्ट्रीय नीति के रूप में अपनाने से रोकने का आह्वान किया।
आर्थिक दृष्टिकोण से, भारत ने पाकिस्तान की IMF पर निर्भरता पर कटाक्ष किया, जो उसकी गंभीर वित्तीय संकट को दर्शाता है। भारत ने कहा कि एक ऐसा देश जो अपनी अर्थव्यवस्था को संभालने में असमर्थ है और लगातार अंतरराष्ट्रीय सहायता पर निर्भर है, उसे अन्य देशों के आंतरिक मामलों पर टिप्पणी करने का नैतिक अधिकार नहीं है।
UNSC जैसे महत्वपूर्ण मंच पर भारत का यह कड़ा रुख यह दर्शाता है कि वह आतंकवाद और आर्थिक कुप्रबंधन के मुद्दों पर पाकिस्तान के दोहरे मापदंडों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने उजागर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। यह बयान वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती मुखरता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ नीति को भी दर्शाता है।