भारत ने अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ तैयार की रणनीति

भारत पर अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव
भारत की तैयारी: अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ आज से लागू हो गए हैं। भारतीय समयानुसार, आज सुबह 9:31 बजे से अमेरिका को भारत के निर्यात पर यह टैरिफ लागू होगा। राष्ट्रपति ट्रंप के इस कदम का भारतीय अर्थव्यवस्था और जीडीपी पर गहरा प्रभाव पड़ेगा, लेकिन भारत इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री मोदी ने आर्थिक दबाव के सामने झुकने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
टैरिफ को WTO नियमों का उल्लंघन बताया
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ को विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों का उल्लंघन करार दिया है। उन्होंने जवाबी टैरिफ लगाने और नए निर्यात बाजारों की खोज करने का संकल्प लिया है। अहमदाबाद में विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान, मोदी ने लोगों से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने की अपील की, ताकि अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव कम किया जा सके। दुकानदारों को स्वदेशी उत्पादों के प्रचार के लिए बोर्ड लगाने की सलाह दी गई है।
भारत की रणनीति
अमेरिका के 50 प्रतिशत टैरिफ का सामना करने के लिए भारत ने एक विशेष रणनीति तैयार की है। भारत ट्रंप के टैरिफ का कूटनीतिक विरोध कर सकता है और अमेरिका पर जवाबी टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है। इसके अलावा, भारत वैकल्पिक निर्यात बाजारों की खोज कर सकता है और घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित कर सकता है, जिससे 'मेक इन इंडिया' का सपना साकार हो सके।
भारत रूस के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को बनाए रखेगा और इन्हें और मजबूत करने की दिशा में काम करेगा। आत्मनिर्भर भारत की दिशा में टैक्स सुधारों पर भी ध्यान दिया जाएगा। विभिन्न देशों के साथ व्यापार साझेदारियों के माध्यम से टैरिफ के प्रभाव को कम करने की कोशिश की जाएगी। भारतीय अर्थशास्त्रियों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस चुनौती का सामना करने में सक्षम है।
जवाबी टैरिफ की संभावना
भारत ने ट्रंप टैरिफ के मुद्दे को विश्व व्यापार संगठन (WTO) में चुनौती दी है। भारत ने WTO में यह मुद्दा उठाया है कि अमेरिका ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए WTO के नियमों का उल्लंघन किया है। इसलिए, भारत अब WTO के नियमों के अनुसार अमेरिका पर जवाबी टैरिफ लगाने की योजना बना रहा है। भारत वित्त मंत्रालय और अर्थशास्त्रियों के साथ विचार-विमर्श कर रहा है कि अमेरिका से आने वाले सेब, बादाम, शराब आदि पर जवाबी टैरिफ कैसे लगाया जाए।