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भारत ने एससीओ में आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा

भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बीजिंग में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में पाकिस्तान पर आतंकवाद के मुद्दे को लेकर कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया और लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों से भारत को होने वाले खतरों का उल्लेख किया। डोभाल ने एससीओ देशों से आतंकवाद को मानवता के खिलाफ अपराध मानने का आग्रह किया और कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव भी पेश किए।
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भारत ने एससीओ में आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा

एससीओ सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत का कड़ा रुख

एससीओ सुरक्षा परिषद : भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने पाकिस्तान में आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ी टिप्पणी की है।

मंगलवार को बीजिंग में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों की सुरक्षा परिषद के सचिवों की 20वीं बैठक में, डोभाल ने पाकिस्तान पर तीखा हमला किया। उन्होंने अपने भाषण में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंडों को छोड़ने और संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले और भारत के ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह आतंकवाद के ढांचे को नष्ट करने और सीमा पार से घुसपैठ को रोकने के लिए एक संतुलित कदम था।


भारत को आतंकवाद से खतरा

‘लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल-कायदा, आईएसआईएस से भारत को खतरा’

डोभाल ने कहा कि टीआरएफ (द रेजिस्टेंस फ्रंट) ने धर्म के आधार पर भारतीय और नेपाली नागरिकों को निशाना बनाकर 26 लोगों की हत्या की। उन्होंने बताया कि भारत को लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, अल-कायदा, आईएसआईएस जैसे आतंकवादी संगठनों से खतरा है, जिनका मुख्यालय पाकिस्तान में है और जिन्हें राज्य का समर्थन प्राप्त है।

उन्होंने एससीओ देशों से सभी प्रकार के आतंकवाद, विशेषकर सीमा पार आतंकवाद को मानवता के खिलाफ अपराध मानने और इसके प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाने का आग्रह किया।


संयुक्त कार्रवाई के लिए प्रस्ताव

‘एल्गोरिदम ऑफ जॉइंट एक्शन्स’ का प्रस्ताव

डोभाल ने एससीओ के मंच पर कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पेश किए, जिनमें अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई के लिए ‘एल्गोरिदम ऑफ जॉइंट एक्शन्स’ और कट्टरपंथ से निपटने के लिए संयुक्त उपाय शामिल हैं। उन्होंने इन प्रस्तावों के लिए अन्य सदस्य देशों का आभार व्यक्त किया।


चीनी उपराष्ट्रपति से मुलाकात

चीनी उपराष्ट्रपति से की मुलाकात

डोभाल ने बीजिंग में एससीओ की बैठक के दौरान चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग और रूसी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव से भी मुलाकात की। रूस ने डोभाल को भारत-रूस रणनीतिक वार्ता के अगले चरण के लिए जल्द ही आमंत्रित किया है।