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भारत ने ट्रंप की धमकी का दिया करारा जवाब, रूस ने किया समर्थन

भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ बढ़ाने की धमकी का सख्त जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसे अनुचित करार दिया, जबकि रूस ने भारत का समर्थन किया। क्रेमलिन के प्रवक्ता ने कहा कि हर देश को अपने व्यापारिक साझेदार चुनने का अधिकार है। इस बीच, ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि रूस यूक्रेन के साथ शांति समझौते पर सहमत नहीं होता, तो व्यापार पर टैरिफ बढ़ाए जाएंगे। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
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भारत ने ट्रंप की धमकी का दिया करारा जवाब, रूस ने किया समर्थन

भारत का स्पष्ट संदेश

नई दिल्ली - भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा टैरिफ बढ़ाने की धमकी का सख्त जवाब दिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इसे तर्कहीन और अनुचित बताया। इस स्थिति पर रूसी मीडिया ने भारत की सराहना की है, जहां अमेरिकी टैरिफ को पाखंडपूर्ण नीति के रूप में देखा गया है।


रूस का समर्थन

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हर संप्रभु देश को अपने व्यापारिक साझेदार चुनने का अधिकार है। उन्होंने ट्रंप के बयान को धमकी करार दिया और कहा कि ऐसे बयानों को कानूनी नहीं माना जा सकता।


भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान

रूसी मीडिया ने रणधीर जायसवाल के बयान को प्रमुखता से प्रकाशित किया। रशिया टुडे ने इसे शीर्षक दिया - 'रूस के तेल व्यापार पाखंड पर भारत का पश्चिमी देशों पर पलटवार'। इस लेख में ट्रंप को भारत के जवाब का उल्लेख किया गया है, जिसमें कहा गया है कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के दोहरे रवैये को उजागर किया है।


भारत का तर्क

भारत ने ट्रंप की धमकी को अनुचित बताते हुए कहा कि अमेरिका अब भी रूस से महत्वपूर्ण वस्तुओं का आयात कर रहा है, जैसे कि यूरेनियम और पैलेडियम। भारतीय विदेश मंत्रालय ने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए बताया कि यूरोपीय संघ ने 2024 में रूस के साथ 67.5 अरब यूरो का व्यापार किया था, जो भारत के कुल व्यापार से कहीं अधिक है।


ट्रंप की चेतावनी

इससे पहले, ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि यदि रूस यूक्रेन के साथ शांति समझौते पर सहमत नहीं होता, तो रूस के साथ व्यापार करने वाले देशों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा।