भारत ने ट्रंप की पाकिस्तान पर परमाणु टिप्पणी का लिया संज्ञान
भारत की प्रतिक्रिया पर ट्रंप की टिप्पणी
नई दिल्ली: विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को जानकारी दी कि भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की उस टिप्पणी का ध्यान रखा है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण को गुप्त और अवैध बताया था। यह प्रतिक्रिया ट्रंप द्वारा रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों को फिर से शुरू करने के अमेरिकी निर्णय को सही ठहराने के बाद आई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि पाकिस्तान की गुप्त और अवैध परमाणु गतिविधियां उसके इतिहास का एक हिस्सा हैं, जो दशकों से तस्करी, निर्यात नियंत्रण उल्लंघनों, गुप्त साझेदारियों, अल-कायदा खान नेटवर्क और परमाणु प्रसार पर केंद्रित रही हैं।
पाकिस्तान की अवैध गतिविधियों का इतिहास
'अवैध परमाणु गतिविधियां इतिहास से जुड़ी हैं'
रणधीर ने कहा कि भारत ने हमेशा अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पाकिस्तान की इन गतिविधियों की ओर आकर्षित किया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान की गुप्त और अवैध परमाणु गतिविधियां उसके प्राचीन इतिहास से जुड़ी हैं, जो कई दशकों से चल रही हैं।
VIDEO | At a media briefing, External Affairs Ministry spokesperson Randhir Jaiswal says,"...Clandestine and illegal nuclear activities are in keeping with Pakistan's history that is centered around decades of smuggling, export control violations, secret partnerships, AQ Khan… pic.twitter.com/sE2KCndTDt
— Press Trust of India (@PTI_News) November 7, 2025
ट्रंप की टिप्पणी का संदर्भ
ट्रंप ने क्या कहा?
इस हफ्ते की शुरुआत में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीन दशकों के बाद अमेरिका द्वारा परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने के अपने प्रशासन के निर्णय की घोषणा की। उन्होंने कहा कि रूस और चीन परीक्षण कर रहे हैं, लेकिन इस पर चर्चा नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'हम एक खुला समाज हैं। हम इस बारे में बात करते हैं, अन्यथा आप लोग रिपोर्ट करेंगे।'
उन्होंने आगे कहा कि हम परीक्षण करेंगे क्योंकि अन्य देश भी परीक्षण कर रहे हैं, और निश्चित रूप से उत्तर कोरिया भी परीक्षण कर रहा है। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान का भी उल्लेख किया और कहा कि पाकिस्तान भी परीक्षण कर रहा है।
पाकिस्तान का खंडन
पाकिस्तान ने ट्रंप के दावों का खंडन किया
हालांकि, पाकिस्तान ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा है कि वह परमाणु परीक्षण फिर से शुरू करने वाला पहला देश नहीं होगा। एक वरिष्ठ पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान न तो परमाणु परीक्षण करने वाला पहला देश था और न ही वह ऐसा करने वाला पहला देश होगा।
