भारत ने पाकिस्तान की परमाणु धमकी को किया खारिज, राम माधव ने दी सख्त प्रतिक्रिया

पाकिस्तान की परमाणु धमकी पर भारत की प्रतिक्रिया
परमाणु खतरा: पाकिस्तान के आर्मी प्रमुख जनरल आसिम मुनीर द्वारा दी गई हालिया परमाणु धमकी पर भारत में तीव्र प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के वरिष्ठ नेता राम माधव ने इस बयान का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि भारत को इस तरह की ब्लैकमेलिंग से डराने का प्रयास सफल नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि पाकिस्तान इस तरह की बयानबाज़ी करता है, तो भारत उसके खिलाफ उचित और मजबूत जवाब देने की पूरी क्षमता रखता है।
विदेश मंत्रालय की कड़ी आपत्ति
कुछ दिन पहले अमेरिका यात्रा के दौरान जनरल मुनीर ने भारत को अप्रत्यक्ष रूप से परमाणु धमकी दी थी। इस पर नई दिल्ली ने कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को चेतावनी दी कि ऐसी भाषा के गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत अपनी सुरक्षा और संप्रभुता के मामले में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा।
भारत की दृढ़ता
परमाणु ब्लैकमेल से नहीं डरता भारत: राम माधव ने कहा कि पाकिस्तान की धमकियों का भारत पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि भारत मजबूत और निर्णायक जवाब देने में सक्षम है। पाकिस्तान की परमाणु ब्लैकमेलिंग से डराने की कोशिशें सफल नहीं होंगी।
भावुकता से बचने की सलाह
भावुक होने की जरूरत नहीं: जब राम माधव से पूछा गया कि क्या पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा कि भारत को इस पर भावुक होने की आवश्यकता नहीं है। उनके अनुसार, ट्रंप एक व्यावहारिक नेता हैं, जो अपने फायदे के लिए किसी से भी संबंध बना सकते हैं।
ट्रंप की नीतियों पर विचार
ट्रंप सीधे-सादे नहीं, लेन-देन वाले नेता: राम माधव ने कहा कि ट्रंप की प्राथमिकता अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मजबूत करना है। उनकी हर नीति इसी दिशा में काम करती है। इसलिए भारत को यह समझना होगा कि ट्रंप का झुकाव किसी भी देश की ओर तभी होगा, जब वहां से अमेरिका को सीधा लाभ हो।
अफगानिस्तान की स्थिति
अफगानिस्तान के हालात: संघ नेता ने अफगानिस्तान की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि अमेरिका ने पहले भी पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के साथ हाथ मिलाया था और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के नाम पर पाकिस्तान को समर्थन दिया था। आज जनरल मुनीर के साथ भी अमेरिका वही रणनीति अपना रहा है। भारत ने तब भी इसका विरोध किया था और आज भी कर रहा है।
सिंधु जल समझौते पर टिप्पणी
सिंधु जल समझौता पर राय: राम माधव का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब पाकिस्तान ने सिंधु जल समझौते को लेकर भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की और परमाणु धमकी दी। भारत ने स्पष्ट किया है कि ऐसी धमकियों से घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में कहा था कि भारत हर स्थिति में अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा और किसी भी परमाणु धमकी का करारा जवाब देगा।