भारत ने मनाया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस: मोदी और शाह ने दी श्रद्धांजलि

विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का महत्व
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस: आज भारत ने 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनाया, जो 1947 में देश के विभाजन के दौरान लाखों लोगों द्वारा सहन की गई पीड़ा और बलिदानों की याद में समर्पित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि यह एक दुखद ऐतिहासिक घटना है, जब लाखों लोगों को अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा और सांप्रदायिक हिंसा में अनगिनत जानें गईं। उन्होंने कहा कि यह दिन उन लोगों के साहस को सम्मानित करने का भी है, जिन्होंने अकल्पनीय क्षति के बावजूद नए सिरे से जीवन की शुरुआत की।
मोदी का सद्भाव और एकता का आह्वान
मोदी ने सभी से देश में सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने की अपील की। उन्होंने कहा कि विभाजन से प्रभावित लोगों ने कठिनाइयों के बावजूद उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं, जो पूरे राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
India observes #PartitionHorrorsRemembranceDay, remembering the upheaval and pain endured by countless people during that tragic chapter of our history. It is also a day to honour their grit...their ability to face unimaginable loss and still find the strength to start afresh.…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2025
अमित शाह का कांग्रेस पर आरोप
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस दिन को देश के लिए अविस्मरणीय बताया। उन्होंने कहा कि विभाजन के कारण हिंसा, शोषण और अत्याचार बढ़े, जिससे लाखों लोग विस्थापित हुए। शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके निर्णयों ने देश को विभाजित किया और भारत माता के गौरव को ठेस पहुंचाई। उन्होंने विभाजन में मारे गए सभी लोगों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि देश इस दर्द को कभी नहीं भूलेगा।
#PartitionHorrorsRemembranceDay देश के विभाजन और उसकी त्रासदी के शिकार लोगों के दर्द को याद कर संवेदना व्यक्त करने का दिन है। इस दिन कांग्रेस ने देश को टुकड़ों में बाँटकर माँ भारती के स्वाभिमान को चोट पहुँचाई। विभाजन के कारण हिंसा, शोषण और अत्याचार हुए, और करोड़ों लोगों ने… pic.twitter.com/a6y8Q4lza3
— Amit Shah (@AmitShah) August 14, 2025
जे. पी. नड्डा का राष्ट्रीय एकता का संदेश
भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि 1947 का वह काला दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे लाखों नागरिकों ने पलायन, अमानवीय यातनाएं और अपने घर-संपत्ति का नुकसान सहा। नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस दिन को मनाने की परंपरा राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने सभी नागरिकों से एकजुट होकर राष्ट्र विरोधी ताकतों का मुकाबला करने का संकल्प लेने की अपील की।
'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर विस्थापन का दंश झेलते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले लाखों लोगों को श्रद्धांजलि देता हूँ।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) August 14, 2025
सन्-1947 का यह काला दिवस उस क्रूर घटना का स्मरण कराता है जब देश के नागरिकों ने पलायन का निर्दयी कष्ट उठाया और अमानवीय यातना सहते हुए अपना घर, संपत्ति व…
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का इतिहास
'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' हर साल 14 अगस्त को मनाया जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने 2021 में इसकी घोषणा की थी, ताकि विभाजन के दौरान विस्थापित और मारे गए लोगों के संघर्षों और बलिदानों को याद रखा जा सके। 1947 में ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता के साथ-साथ भारत का विभाजन हुआ, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान एक मुस्लिम देश के रूप में अस्तित्व में आया। इस विभाजन में लगभग 2 करोड़ लोग प्रभावित हुए, जिनमें से लाखों को अपने पैतृक स्थान छोड़कर शरणार्थी बनना पड़ा, जबकि लाखों लोग सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए।