भारत पर अमेरिकी टैरिफ और रूस का सस्ता तेल: एक नई राजनीतिक स्थिति
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिसके जवाब में रूस ने भारत को सस्ते कच्चे तेल की पेशकश की है। यह प्रस्ताव अमेरिका के लिए चिंता का विषय बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की हालिया मुलाकात के बाद, भारत ने अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने का संकल्प लिया है। जानें इस जटिल राजनीतिक स्थिति के बारे में और कैसे यह भारत के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
Sep 2, 2025, 18:24 IST
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अमेरिका का टैरिफ और रूस का प्रस्ताव
डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगाने का निर्णय लिया है, साथ ही रूस से तेल खरीदने के लिए भारत को चेतावनी दी है। इस बीच, रूस ने भारत को एक ऐसा प्रस्ताव दिया है, जो अमेरिका को चिंतित कर सकता है। मास्को ने भारत को कच्चे तेल पर 3-4 डॉलर प्रति बैरल की अतिरिक्त छूट देने की पेशकश की है। यह प्रस्ताव अमेरिका द्वारा भारतीय उत्पादों पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के कुछ दिनों बाद आया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, रूस का यूराल क्रूड सितंबर और अक्टूबर में होने वाली शिपमेंट के लिए कम कीमत पर उपलब्ध कराया जा रहा है। पिछले हफ्ते, यह छूट बढ़कर लगभग 2.50 डॉलर प्रति बैरल हो गई, जबकि जुलाई में यह लगभग 1 डॉलर थी।
अमेरिका द्वारा टैरिफ का बढ़ना
अमेरिका ने भारत पर 50% टैरिफ लगाया
अमेरिका ने पहले भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना बनाई थी, लेकिन इसे बाद में बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया। अमेरिका का कहना है कि यह कदम भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के कारण उठाया गया है, जिससे यूक्रेन युद्ध को बढ़ावा मिल रहा है। भारत ने इस पर आपत्ति जताते हुए अमेरिकी टैरिफ को 'अनुचित' और 'अतार्किक' करार दिया। भारत ने यह भी कहा कि कई अन्य देश, जैसे यूरोपीय संघ और अमेरिका, रूस से सामान का आयात कर रहे हैं, इसलिए भारत को निशाना बनाना 'दोहरा मानदंड' है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हुए सबसे अच्छे सौदों से तेल खरीदता रहेगा।
मोदी और पुतिन की मुलाकात
चीन में मोदी-ट्रम्प की मुलाक़ात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की। शिखर सम्मेलन के बाद, दोनों नेता एक ही कार में द्विपक्षीय बैठक के लिए गए। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर साझा किया कि पुतिन के साथ बातचीत हमेशा ज्ञानवर्धक होती है। सूत्रों के अनुसार, पुतिन ने मोदी का इंतज़ार किया ताकि वे उनकी कार में शामिल हो सकें, और दोनों नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। द्विपक्षीय बैठक स्थल पर पहुँचने के बाद भी, उन्होंने कार में 50 मिनट बिताए।