भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए टैरिफ लगाने की चुनौती: ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए टैरिफ लगाने की चुनौती का सामना करने की बात की है। उन्होंने कहा कि यह कदम दोनों देशों के बीच तनाव पैदा कर सकता है। ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान कई वैश्विक संघर्षों को सुलझाने का दावा किया और भारत के साथ व्यापार संबंधों को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। जानें इस मुद्दे पर ट्रंप के विचार और भारत का रुख क्या है।
Sep 13, 2025, 12:53 IST
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ट्रंप का बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत पर रूसी तेल खरीदने के लिए टैरिफ लगाना आसान नहीं है, क्योंकि इससे दोनों देशों के बीच तनाव उत्पन्न हो सकता है। एक साक्षात्कार में, जब ट्रंप से पूछा गया कि वे व्लादिमीर पुतिन पर सख्ती क्यों कर रहे हैं, तो उन्होंने बताया कि भारत रूस का सबसे बड़ा ग्राहक है। उन्होंने कहा, 'मैंने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया क्योंकि वे रूस से तेल खरीद रहे हैं। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इससे भारत के साथ मतभेद उत्पन्न होते हैं।' ट्रंप ने यह भी कहा कि यह समस्या यूरोप के लिए कहीं अधिक गंभीर है।
वैश्विक संघर्षों का समाधान
ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान कई वैश्विक संघर्षों को सुलझाने का दावा किया। उन्होंने कहा, 'मैंने सात युद्धों को सुलझाया है, जिनमें पाकिस्तान और भारत भी शामिल हैं।' उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कुछ युद्ध, जैसे कांगो और रवांडा, जो 31 वर्षों से चल रहे थे, उन्हें भी सुलझाया गया। इस बीच, भारत ने रूसी कच्चे तेल की खरीद का समर्थन करते हुए कहा है कि यह उसकी राष्ट्रीय हित और बाजार की आवश्यकताओं पर आधारित है।
भारत और अमेरिका के व्यापार संबंध
ट्रंप द्वारा नामित भारत में अगले राजदूत सर्जियो गोर ने कहा कि ट्रंप प्रशासन चाहता है कि भारत, जो अमेरिका के मध्यम वर्गीय बाजार से भी बड़ा है, अमेरिकी कच्चा तेल और तेल उत्पाद खरीदे। उन्होंने बताया कि व्यापार वार्ता इसी दिशा में आगे बढ़ रही है। गोर ने यह भी कहा कि भारत की 1.4 अरब की जनसंख्या और तेजी से बढ़ता मध्यम वर्ग अमेरिका के लिए महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है। एक दिन पहले, अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने संकेत दिया था कि जब भारत रूस से तेल खरीदना बंद करेगा, तब व्यापार समझौता आगे बढ़ सकता है।