भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव कम, बातचीत की इच्छा जताई गई

सीमा पर स्थिति सामान्य, लेकिन रिश्ते तनावपूर्ण
कराची: भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष के बाद सीमा पर स्थिति सामान्य बनी हुई है। फिर भी, दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव बरकरार है। सिंधु जल समझौते के समाप्त होने के बाद पाकिस्तान पानी की कमी का सामना कर रहा है। इस बीच, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा है कि दोनों देशों के बीच फिर से सैन्य संघर्ष की संभावना बहुत कम है। उन्होंने पानी समेत कई मुद्दों पर भारत के साथ व्यापक बातचीत की इच्छा भी व्यक्त की है।
बातचीत की आवश्यकता पर जोर
इशाक डार ने कहा कि वह भारत के साथ विस्तृत बातचीत के लिए इच्छुक हैं, जिसमें पानी के मुद्दे के अलावा अन्य विषय भी शामिल हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि भारत केवल आतंकवाद पर चर्चा करना चाहता है, जो कि उचित नहीं है। इस्लामाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, डार ने बातचीत के लिए अपनी तत्परता व्यक्त की, लेकिन उन्होंने इसे जल्दबाजी में नहीं करने की बात कही।
सैन्य संघर्ष की संभावना पर विचार
सैन्य संघर्ष की आशंका कम
इशाक डार ने जब दोबारा सैन्य संघर्ष की संभावना के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यह संभावना बहुत कम है। उन्होंने बताया कि सीजफायर लागू हो चुका है और दोनों देशों के सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस प्रकार, सैन्य संघर्ष की पुनरावृत्ति की संभावना कम है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य की भविष्यवाणी करना कठिन है।
पहलगाम हमले के बाद स्थिति बिगड़ी
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में चार आतंकवादियों द्वारा निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद स्थिति बिगड़ गई थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। हमलावरों ने पाकिस्तान में प्रशिक्षण लिया था। इसके बाद भारत ने सिंधु जल समझौता रद्द करने सहित कई प्रतिबंध लगाए और पाकिस्तानी नागरिकों को उनके देश लौटने के लिए कहा। इसके परिणामस्वरूप, दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आ गईं और लगभग चार दिन तक हवाई हमले होते रहे। अंततः, पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से बातचीत की और सीजफायर पर सहमति बनी।