भारत-पाकिस्तान संघर्षविराम का रहस्य: विदेश मंत्री जयशंकर का बड़ा खुलासा

संघर्षविराम की असली वजह
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम के पीछे की सच्चाई का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि उसी दिन सुबह भारत ने पाकिस्तान के आठ प्रमुख वायुसेना अड्डों को निशाना बनाकर उन्हें निष्क्रिय कर दिया, जिसके कारण लड़ाई रुक गई। यह जानकारी उन्होंने ब्रुसेल्स में साझा की।
जयशंकर का पाकिस्तान पर आरोप
जयशंकर ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर भारत को आवश्यकता महसूस होती है, तो वह आतंकवाद के खिलाफ सीधे सैन्य कार्रवाई करने से नहीं हिचकेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि आतंकवादी पाकिस्तान में छिपे हैं, तो भारत वहां तक पहुंचने में संकोच नहीं करेगा।
ब्रुसेल्स में अपने बयान में, उन्होंने पाकिस्तान को एक ऐसा देश बताया जो लंबे समय से आतंकवाद को अपनी सरकारी नीति के रूप में इस्तेमाल कर रहा है। जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत-पाक तनाव की स्थिति अभी भी बनी हुई है, तो उन्होंने कहा कि यदि आतंकवाद के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता तनाव का कारण है, तो हां, यह स्थिति अब भी मौजूद है।
ऑपरेशन सिंदूर का जवाब
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में, भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर मिसाइल और ड्रोन हमलों की नाकाम कोशिशें कीं, जिन्हें भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया।
हमलों के सबूत
जयशंकर ने कहा कि 10 मई को लड़ाई का थमना संभव हुआ क्योंकि भारत ने उसी सुबह आठ महत्वपूर्ण पाकिस्तानी एयरबेस पर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि इन हमलों के सबूत गूगल सैटेलाइट इमेज में देखे जा सकते हैं।
एक गुप्त पाकिस्तानी सैन्य डोजियर के अनुसार, भारत ने पेशावर, झंग, गुजरांवाला, अटक, हैदराबाद (सिंध) और जैकोबाबाद जैसे शहरों में भी कई सैन्य ठिकानों पर हमले किए थे, जिससे पाकिस्तान की वायुसेना की लगभग 20% क्षमता प्रभावित हुई।
तीन घंटे में 11 सैन्य अड्डों पर हमला
10 मई को भारत ने केवल तीन घंटे में पाकिस्तान के 11 सैन्य अड्डों को निशाना बनाया, जिनमें भोलारी, सरगोधा, स्कर्दू और शाहबाज़ एयरबेस जैसे प्रमुख ठिकाने शामिल थे। सैटेलाइट तस्वीरों से इन हमलों की गंभीरता और प्रभाव को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।