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भारत-पाकिस्तान संबंधों पर जनरल अनिल चौहान का महत्वपूर्ण बयान

शांगरी-ला डायलॉग 2025 में जनरल अनिल चौहान ने भारत-पाकिस्तान संबंधों पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता के समय पाकिस्तान कई क्षेत्रों में भारत से आगे था, लेकिन अब भारत हर मोर्चे पर उससे आगे है। जनरल चौहान ने यह भी कहा कि लड़ाकू विमानों के गिरने का सवाल महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह जानना जरूरी है कि वे क्यों गिरे। इसके अलावा, भारत ने अमेरिका और ब्राजील के साथ अपने रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर भी जोर दिया।
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भारत-पाकिस्तान संबंधों पर जनरल अनिल चौहान का महत्वपूर्ण बयान

शांगरी-ला डायलॉग 2025 में भारत की स्थिति

सिंगापुर में आयोजित शांगरी-ला डायलॉग 2025 में भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने भारत और पाकिस्तान के बीच के संबंधों और भारत की दीर्घकालिक रणनीति पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता के समय पाकिस्तान कई क्षेत्रों में भारत से आगे था, लेकिन वर्तमान में भारत हर क्षेत्र में उससे आगे निकल चुका है।


क्या पाकिस्तान ने भारत के लड़ाकू विमान गिराए थे?


जब जनरल चौहान से पूछा गया कि क्या ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने भारत के लड़ाकू विमानों को गिराया, तो उन्होंने उत्तर दिया कि हमारे लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है कि लड़ाकू विमान गिरे, बल्कि यह जानना जरूरी है कि वे क्यों गिरे और इसके बाद हमने क्या कदम उठाए।


इसके बाद जब उनसे पूछा गया कि पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने भारत के 6 लड़ाकू विमानों को गिराया, तो उन्होंने फिर से वही उत्तर दिया कि यह जानना आवश्यक है कि वे क्यों गिरे और इसके बाद हमारी प्रतिक्रिया क्या थी।



भारत हर क्षेत्र में पाकिस्तान से आगे
जनरल चौहान ने कहा, "स्वतंत्रता के समय पाकिस्तान सामाजिक, आर्थिक और प्रति व्यक्ति जीडीपी जैसे हर पैमाने पर हमसे आगे था। आज भारत आर्थिक प्रदर्शन, मानव विकास और सामाजिक सद्भाव में उनसे आगे है। यह संयोग से नहीं हुआ; यह हमारी दीर्घकालिक रणनीति का परिणाम है।" उन्होंने यह भी कहा कि भारत ने कई बार कूटनीतिक स्तर पर हाथ बढ़ाया है, जैसे 2014 में जब प्रधानमंत्री ने नवाज शरीफ को आमंत्रित किया था। लेकिन, उनके अनुसार, "ताली दो हाथों से बजती है। अगर बदले में केवल शत्रुता मिले, तो फिलहाल दूरी बनाए रखना ही एक समझदारी भरी रणनीति हो सकती है।"


भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों को मजबूती
शांगरी-ला डायलॉग के दौरान जनरल चौहान ने अमेरिका के इंडो-पैसिफिक कमांड के कमांडर एडमिरल सैमुअल जे. पापारो से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने ऑपरेशन सिंदूर, सैन्य सहयोग और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की। उन्होंने उभरती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने और रणनीतिक संबंधों को गहरा करने की प्रतिबद्धता दोहराई।


भारत-ब्राजील के बीच बढ़ता सहयोग
इसके अलावा, भारत और ब्राजील ने भी शांगरी-ला डायलॉग के दौरान अपने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया। दोनों देशों ने मुक्त, खुला और समावेशी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। जनरल चौहान और ब्राजील के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ एडमिरल अगुइयार फ्रेयर ने क्षेत्रीय सुरक्षा, समुद्री स्वतंत्रता और सतत विकास पर सहयोग पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था और भारत-ब्राजील के बीच बढ़ते वैचारिक सामंजस्य पर चर्चा की।

CDS जनरल अनिल चौहान के बयानों ने भारत की रणनीतिक दृष्टि और वैश्विक मंच पर उसकी बढ़ती भूमिका को रेखांकित किया। भारत ने न केवल अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में रणनीतिक दृष्टिकोण अपनाया है, बल्कि वैश्विक शक्तियों के साथ सहयोग को भी मजबूत किया है।