Newzfatafatlogo

भारत-पाकिस्तान संबंधों में नया मोड़: सऊदी अरब का नाटो जैसा सैन्य समझौता

भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में एक नया मोड़ आया है, जब पाकिस्तान ने सऊदी अरब के साथ एक नाटो जैसा सैन्य समझौता किया है। इस समझौते के तहत, यदि किसी देश ने पाकिस्तान पर हमला किया, तो इसे सऊदी अरब पर भी हमला माना जाएगा। यह समझौता भारत के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि सऊदी अरब ने हाल ही में भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया था। जानें इस समझौते के पीछे की वजहें और इसके संभावित प्रभाव।
 | 
भारत-पाकिस्तान संबंधों में नया मोड़: सऊदी अरब का नाटो जैसा सैन्य समझौता

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव

भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों में एक नई और चिंताजनक स्थिति उत्पन्न हो गई है। पाकिस्तान ने एक ऐसा सैन्य समझौता किया है, जो नाटो के सिद्धांतों के समान है। नाटो के सदस्य देशों पर यदि कोई हमला होता है, तो पूरा संगठन उस देश की रक्षा में खड़ा होता है। इसी तर्ज पर, पाकिस्तान ने एक समझौता किया है, जिसके तहत यदि किसी देश ने पाकिस्तान पर हमला किया, तो यह उस देश पर हमला माना जाएगा।


यह समझौता सऊदी अरब द्वारा किया गया है, जो भारत का एक करीबी सहयोगी माना जाता है।


सऊदी अरब और पाकिस्तान का सैन्य समझौता

पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच हुए इस समझौते के अनुसार, यदि भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो यह सऊदी अरब पर भी हमला माना जाएगा। इस प्रकार, सऊदी अरब पाकिस्तान के समर्थन में भारत के खिलाफ खड़ा होगा। यह समझौता भारत के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि सऊदी अरब ने हाल ही में भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया था।


दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि यह समझौता उनकी सुरक्षा को बढ़ाने और वैश्विक शांति की स्थापना के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।


समझौते का उद्देश्य

सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार, इस समझौते का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को विकसित करना और किसी भी आक्रमण के खिलाफ संयुक्त प्रतिरोध को मजबूत करना है। समझौते में स्पष्ट किया गया है कि किसी भी देश के खिलाफ आक्रमण को दोनों देशों के खिलाफ आक्रमण माना जाएगा।