भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट: सिराज का शानदार प्रदर्शन और मैदान पर बढ़ता तनाव

भारत की शानदार शुरुआत
लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर चल रहे तीसरे टेस्ट के चौथे दिन भारत ने जोरदार शुरुआत की। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने पहले ओवर में इंग्लिश बल्लेबाज़ बेन डकेट को सिर्फ 12 रन पर पवेलियन भेजकर माहौल को गरमा दिया। इस विकेट ने भारतीय टीम को मैच में मजबूती से पकड़ बनाने का अवसर प्रदान किया।
सिराज को अंपायर की चेतावनी
सिराज ने 140 किमी प्रति घंटे की गति से एक बैक-ऑफ-लेंथ गेंद फेंकी, जिससे डकेट गेंद को सही तरीके से खेल नहीं पाए। गेंद उनके बल्ले के अंदरूनी किनारे से टकराकर जसप्रीत बुमराह के हाथों में कैच हो गई। जैसे ही कैच लिया गया, सिराज खुशी से बुमराह के पास दौड़े और डकेट के करीब जाकर चिल्लाए, जिससे मैदान पर तनाव बढ़ गया। इस पर स्क्वायर लेग अंपायर को आकर सिराज को उनकी आक्रामकता के लिए चेतावनी देनी पड़ी।
मैदान पर तनाव का पुनरुत्थान
🔥 MIYAN MAGIC ON FIRE! 🔥 Mohammed Siraj strikes twice, sending Ben Duckett (12)* & Ollie Pope(4)* back to the pavilion! 🏏 India’s pace spearhead is turning the game at Lord's ! #INDvsENG #Siraj #Cricket 𝗗𝗦𝗣 𝗦𝗶𝗿𝗮𝗷 #RishabhPant pic.twitter.com/ZWJ2zpfRaU
— Vishnu Sharma (@Vishnu_Sharma31) July 13, 2025
खिलाड़ियों के बीच टकराव
तीसरे दिन के अंत में भारत और इंग्लैंड के बीच पहले से ही तनाव बढ़ चुका था। इंग्लिश खिलाड़ी जॉनी क्रॉले ने नई गेंद लेने में देरी की, जिससे भारतीय फील्डर्स ने तालियाँ बजाकर विरोध जताया। बुमराह को शुरुआती ओवरों में गेंद नहीं देने पर बार-बार रोका गया, जिससे टकराव की स्थिति उत्पन्न हुई।
गिल और क्रॉली के बीच बहस
मैदान पर शुभमन गिल ने भी अपनी बात रखी। क्रॉले द्वारा फिजियो को बुलाने पर गिल ने गाली दी, जबकि डकेट ने इस विवाद में मध्यस्थता करने की कोशिश की। इस दौरान मैदान पर तीखी बहस शुरू हो गई, जिसमें खिलाड़ियों का गुस्सा स्पष्ट था।
सिराज का महत्वपूर्ण विकेट
सिराज का विकेट लेकर भारत ने अपनी बढ़त को बनाए रखा और इंग्लैंड का स्कोर 22/1 तक पहुंच गया। यह विकेट महत्वपूर्ण साबित हुआ, क्योंकि भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 387 रन बनाए थे। इस सफलता ने भारत को दूसरी पारी में फिर से मौका दिया।
चौथे दिन की शुरुआत
चौथे दिन की शुरुआत में मैदान पर शांति का माहौल नहीं था। तीसरे दिन की घटनाओं ने दोनों टीमों में तनाव और तीव्रता बढ़ा दी थी। ऐसे में सिराज का विकेट और उसका उत्सव मैदान पर तनावपूर्ण ऊर्जा को फिर से जगा गया।