भारत में काजू उत्पादन 2024: महाराष्ट्र का प्रमुख स्थान

काजू उत्पादन का महत्व
Cashew Production India 2024 Maharashtra: दिल्ली : काजू हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में काजू का सबसे अधिक उत्पादन कौन सा राज्य करता है? यदि नहीं, तो आइए 2023-24 के नवीनतम आंकड़ों पर नज़र डालते हैं।
काजू उत्पादन के आंकड़े
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (NHB) और कृषि मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष भारत में कुल काजू उत्पादन लगभग 773 हजार मीट्रिक टन रहा। महाराष्ट्र ने 197.30 हजार टन काजू के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जो देश के कुल उत्पादन का 24.82% है।
आंध्र प्रदेश और ओडिशा का योगदान
आंध्र प्रदेश और ओडिशा का शानदार प्रदर्शन Cashew Production India
आंध्र प्रदेश ने 133.80 हजार टन काजू का उत्पादन कर दूसरा स्थान हासिल किया, जो कुल उत्पादन का 16.83% है। ओडिशा ने 126.13 हजार टन काजू का उत्पादन किया, जो कुल का 15.87% है।
इन तीनों राज्यों का संयुक्त उत्पादन देश के काजू उत्पादन का 57.5% है, जो इनकी खेती की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।
दक्षिण भारत का योगदान
दक्षिण भारत का भी दमदार योगदान
दक्षिण भारतीय राज्य जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल भी काजू उत्पादन में महत्वपूर्ण हैं। तमिलनाडु ने 87.07 हजार टन (10.95%), कर्नाटक ने 79.85 हजार टन (10.05%) और केरल ने 76.38 हजार टन (9.61%) काजू का उत्पादन किया। ये तीनों राज्य मिलकर कुल उत्पादन का 30.61% हिस्सा बनाते हैं।
अन्य राज्यों का योगदान
अन्य राज्यों का योगदान
गोवा ने 26.07 हजार टन (3.28%), छत्तीसगढ़ ने 22.75 हजार टन (2.86%), पश्चिम बंगाल ने 13.28 हजार टन (1.67%) और मेघालय ने 10.38 हजार टन (1.31%) काजू का उत्पादन किया। ये राज्य काजू उत्पादन में विविधता लाते हैं और देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं।
भारत के काजू उत्पादक राज्य (2023-24)
महाराष्ट्र: 197.30 हजार टन (24.82%)
आंध्र प्रदेश: 133.80 हजार टन (16.83%)
ओडिशा: 126.13 हजार टन (15.87%)
तमिलनाडु: 87.07 हजार टन (10.95%)
कर्नाटक: 79.85 हजार टन (10.05%)
केरल: 76.38 हजार टन (9.61%)
गोवा: 26.07 हजार टन (3.28%)
छत्तीसगढ़: 22.75 हजार टन (2.86%)
पश्चिम बंगाल: 13.28 हजार टन (1.67%)
मेघालय: 10.38 हजार टन (1.31%)
काजू खेती का महत्व
काजू खेती का महत्व
काजू की खेती भारत में किसानों के लिए आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जहां अन्य फसलों के विकल्प सीमित हैं। महाराष्ट्र में काजू की खेती न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करती है, बल्कि भारत के काजू निर्यात को भी बढ़ावा देती है। राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड के आंकड़े बताते हैं कि काजू उत्पादन में निरंतर वृद्धि देश के कृषि विकास के लिए सकारात्मक संकेत है।
भविष्य की संभावनाएं
भविष्य की संभावनाएं
काजू उत्पादन को और बढ़ाने के लिए किसानों को बेहतर बीज, सिंचाई और आधुनिक तकनीकों की आवश्यकता है। सरकार निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है, जिससे भारत वैश्विक काजू बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत कर सके।
महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में प्रोसेसिंग यूनिट्स और बाजारों का विकास किसानों के लिए लाभकारी होगा। कुल मिलाकर, 2023-24 में 773 हजार टन काजू उत्पादन भारत की कृषि ताकत को दर्शाता है।