Newzfatafatlogo

भारत में कोरोना मामलों में वृद्धि: केरल सबसे प्रभावित

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से वृद्धि हो रही है, खासकर केरल में, जहां सक्रिय मामलों की संख्या सबसे अधिक है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई लहर की पुष्टि नहीं की है, लेकिन कई राज्यों में मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि ठंड का मौसम और त्योहारी सीजन के दौरान भीड़-भाड़ इसके कारण हो सकते हैं। सरकार ने सतर्कता बढ़ा दी है और लोगों से मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 | 
भारत में कोरोना मामलों में वृद्धि: केरल सबसे प्रभावित

कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि

भारत में कोरोना वायरस के मामलों में एक बार फिर से वृद्धि देखी जा रही है, जिससे स्वास्थ्य विशेषज्ञों और आम जनता के बीच चिंता बढ़ गई है। सक्रिय मामलों की संख्या लगभग 4,000 तक पहुंच गई है, और दक्षिण भारतीय राज्य केरल इस बार सबसे अधिक प्रभावित हो रहा है। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय और सरकार ने अभी तक नई लहर की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन कई राज्यों में मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी कोविड के मामलों में उछाल देखा गया है.


राज्यों में सक्रिय मामलों की संख्या

स्वास्थ्य विभाग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, केरल में सबसे अधिक 1,435 सक्रिय मामले हैं, जो देश में सबसे ज्यादा हैं। इसके बाद महाराष्ट्र में 506 और दिल्ली में 483 मामले सामने आए हैं.


गुजरात: 338 मामले
पश्चिम बंगाल: 331 मामले
कर्नाटक: 253 मामले
तमिलनाडु: 189 मामले
उत्तर प्रदेश: 157 मामले
राजस्थान: 69 मामले
पुड्डुचेरी: 38 मामले
आंध्र प्रदेश: 30 मामले
हरियाणा: 28 मामले
मध्य प्रदेश: 23 मामले


इसके अलावा, गोवा (10), झारखंड (11), ओडिशा (12), जम्मू-कश्मीर (9), छत्तीसगढ़ (7), बिहार और असम (5-5), पंजाब (6), सिक्किम (4), अरुणाचल प्रदेश, उत्तराखंड और तेलंगाना (3-3), मिजोरम (2), और चंडीगढ़ (1) में भी सक्रिय मामले हैं.


मामलों में वृद्धि के कारण

विशेषज्ञों का मानना है कि ठंड का मौसम, त्योहारी सीजन के दौरान भीड़-भाड़, और कोविड प्रोटोकॉल में ढील के कारण मामलों में वृद्धि हो रही है। नए वेरिएंट्स की मौजूदगी भी एक संभावित कारण हो सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि के लिए और शोध की आवश्यकता है। केरल में अधिक मामलों का एक कारण वहां की बेहतर टेस्टिंग और ट्रेसिंग व्यवस्था भी है.


सरकार की प्रतिक्रिया

केंद्र और राज्य सरकारों ने अभी तक नई लहर की घोषणा नहीं की है, लेकिन कई राज्यों में सतर्कता बढ़ा दी गई है। मास्क पहनने, सामाजिक दूरी बनाए रखने और भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने टेस्टिंग और वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने के निर्देश दिए हैं। बूस्टर डोज लेने की अपील भी की जा रही है, खासकर उन लोगों के लिए जो पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं या बुजुर्ग हैं.