भारत में चक्रवाती तूफान मोन्था से मौसम में बदलाव
मौसम में बदलाव का संकेत
नई दिल्ली: देश में मानसून के अंतिम चरण में मौसम ने एक बार फिर से करवट ली है। चक्रवाती तूफान 'मोन्था' के कारण कई राज्यों में बारिश और बर्फबारी की चेतावनी जारी की गई है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी से तापमान में गिरावट आई है, जबकि मैदानों में ठंडी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले दो दिनों के लिए 13 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
दिल्ली-एनसीआर और दक्षिण भारत का मौसम
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के बीच हल्की बारिश से राहत मिलने की उम्मीद है, जबकि दक्षिण भारत में मौसम सुहावना बना हुआ है। हिमालयी राज्यों में बर्फबारी के साथ ठंड बढ़ सकती है। पूर्वोत्तर और तटीय राज्यों में गरज के साथ भारी वर्षा का अनुमान है। IMD के अनुसार, 30 और 31 अक्टूबर को कई राज्यों में बिजली की गड़गड़ाहट, तेज हवाएं और तूफान के साथ वर्षा होने की संभावना है।
अलर्ट पर राज्य
IMD ने 13 राज्यों में बारिश और तूफान का रेड अलर्ट जारी किया है। इनमें हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और उत्तर प्रदेश शामिल हैं।
उत्तर भारत का मौसम
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर भारत के राज्यों में बादल छाए रहेंगे। हिमाचल और उत्तराखंड में बर्फबारी की संभावना है, जबकि दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में हल्की बारिश के आसार हैं।
बर्फबारी का प्रभाव
जी हां, ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण तापमान में गिरावट आएगी। इससे मैदानों में सर्द हवाओं का असर तेज हो सकता है और रातें ठंडी महसूस होंगी।
दक्षिण भारत की स्थिति
चक्रवात मोन्था के प्रभाव से ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश का अनुमान है। कई तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।
पूर्वोत्तर राज्यों का मौसम
सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और नागालैंड में अगले 48 घंटों तक रुक-रुक कर बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं बादल गरजने और बिजली गिरने की संभावना भी जताई गई है।
उत्तर प्रदेश में बारिश का समय
प्रयागराज, वाराणसी, गाजीपुर, मिर्जापुर और मऊ में गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं, लखनऊ, झांसी और कानपुर में हल्की वर्षा के आसार हैं। बारिश के बाद ठंड और कोहरा बढ़ने की संभावना है।
दिल्ली-एनसीआर में राहत
हल्की बारिश और हवाएं प्रदूषण के स्तर को कुछ कम कर सकती हैं। हालांकि, तापमान में गिरावट से ठंडक बढ़ जाएगी। वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए कृत्रिम बारिश का परीक्षण जारी है।
किसानों पर प्रभाव
अचानक हुई बारिश से रबी फसलों की बुवाई प्रभावित हो सकती है। वहीं, नमी बढ़ने से फसल रोगों का खतरा भी बढ़ सकता है। किसानों को खेतों में जलजमाव से बचाव की सलाह दी गई है।
