भारत में जासूसी का बड़ा खुलासा: 15 से अधिक गिरफ्तारियां, क्या है ऑपरेशन सिंदूर का असर?

भारत की खुफिया एजेंसियों की सतर्कता
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इस दौरान, राजस्थान, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, गुजरात और पंजाब से 15 से अधिक व्यक्तियों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये गिरफ्तारियां विभिन्न पेशों से जुड़े लोगों की हैं, जिनमें सरकारी कर्मचारी, इंजीनियर, यूट्यूबर और व्यापारी शामिल हैं।
जांच के दौरान मिले सबूत
इन गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत में एक व्यापक नेटवर्क स्थापित किया है, जो आर्थिक रूप से कमजोर या लालच में फंसे लोगों का उपयोग कर गोपनीय जानकारी प्राप्त कर रहा है।
सीआरपीएफ में जासूसी का मामला
दिल्ली में सीआरपीएफ के जवान मोती राम जाट को गिरफ्तार किया गया है। वह 2023 से पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में था और पैसे के बदले संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था। उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है और अब वह एनआईए की हिरासत में है।
मुंबई डॉकयार्ड से लीक की गई जानकारी
मुंबई में एक प्रौद्योगिकी कंपनी में काम करने वाले इंजीनियर रविंद्र वर्मा को एटीएस ने गिरफ्तार किया। उसे फेसबुक पर हनीट्रैप में फंसाकर जानकारी हासिल की गई। उसने पनडुब्बियों और युद्धपोतों से संबंधित खाके और ऑडियो संदेश साझा किए, जिससे भारत की सैन्य सुरक्षा को खतरा हो सकता था।
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की संदिग्ध गतिविधियां
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को आईएसआई से संबंध रखने और संवेदनशील डेटा साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 12 टेराबाइट से अधिक डेटा बरामद हुआ है। वह लाहौर में हथियारबंद लोगों के साथ देखी गई थी।
गुजरात से गिरफ्तार स्वास्थ्य कार्यकर्ता
कच्छ जिले के सहदेव सिंह गोहिल पर वायुसेना और बीएसएफ के नए ठिकानों की जानकारी पाकिस्तान भेजने का आरोप है। उसे एक महिला के माध्यम से संपर्क किया गया था और उसने व्हाट्सएप पर संवेदनशील तस्वीरें साझा कीं।
हरियाणा में गिरफ्तारियां जारी
हरियाणा में एक छात्र, एक सुरक्षा गार्ड और दो युवकों को पाकिस्तानी एजेंटों के संपर्क में रहने और जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इन मामलों में सोशल मीडिया और बैंक खातों के जरिए लेन-देन के प्रमाण मिले हैं।
राजस्थान के सरकारी कर्मचारी की गिरफ्तारी
राजस्थान के जैसलमेर से सरकारी कर्मचारी शकूर खान को भी जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वह पूर्व मंत्री के निजी सहायक रह चुके थे और उनके पास संदिग्ध फाइलें और ट्रांजैक्शन मिले हैं।
सिम कार्ड सप्लाई का नेटवर्क
दिल्ली पुलिस ने राजस्थान के कासिम को गिरफ्तार किया, जो भारतीय सिम कार्ड पाकिस्तान भेज रहा था। इन सिम का उपयोग आईएसआई एजेंट भारत में संपर्क साधने के लिए कर रहे थे।
अन्य गिरफ्तारियां
रामपुर के व्यापारी शहजाद को पाकिस्तान यात्राओं और खुफिया जानकारी साझा करने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। जालंधर के मुर्तजा अली को मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए जासूसी करने के आरोप में पकड़ा गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। इसके बाद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमले हुए, जिन्हें भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया।