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भारत में मूसलधार बारिश का कहर: बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित

भारत में मूसलधार बारिश ने कई राज्यों में जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। उत्तर भारत में भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है, जिससे राहत कार्य जारी हैं। हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से जनहानि हुई है, जबकि पंजाब और हरियाणा में नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। मौसम विभाग ने अगले दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है। जानें इस स्थिति का विस्तार से।
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भारत में मूसलधार बारिश का कहर: बाढ़ और भूस्खलन से जनजीवन प्रभावित

मूसलधार बारिश का प्रभाव

Heavy Rain Alert: देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही लगातार मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। उत्तर भारत से लेकर कई राज्यों में भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अनेक सड़कें बंद हो गई हैं। मैदानों में नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ने से स्थिति और भी गंभीर हो गई है।


उत्तर प्रदेश से दिल्ली तक बाढ़ का संकट

उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में लोग जलभराव और बाढ़ से परेशान हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना, एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों की टीमें सक्रिय हैं। कई स्थानों पर स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं, और सरकारी कार्यालयों में वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था की गई है।


हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन से जनहानि

हिमाचल प्रदेश में स्थिति गंभीर है। सोमवार रात को सड़क धंसने से पांच लोगों की जान चली गई। कुल्लू, सुंदरनगर और चिढ़गांव में भूस्खलन के कारण चार और लोगों की मृत्यु हुई। शिमला-कालका रेलखंड पर भूस्खलन के चलते ट्रेन सेवाएं 5 सितंबर तक स्थगित कर दी गई हैं। खराब मौसम के कारण कई जिलों में स्कूल और कॉलेज भी बंद हैं।


मौसम विभाग का रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने मंगलवार को रेड अलर्ट जारी किया। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में मूसलधार बारिश की संभावना है। विभाग ने चेतावनी दी है कि उत्तर बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव क्षेत्र बनने से अगले पांच दिनों तक भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ की स्थिति और गंभीर हो सकती है।


पंजाब और हरियाणा में बाढ़ का खतरा

पंजाब और हरियाणा में बारिश ने हालात को बिगाड़ दिया है। सतलुज, ब्यास और रावी नदियों के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। पठानकोट, गुरदासपुर, फाजिल्का, कपूरथला, तरनतारन, फिरोजपुर, होशियारपुर और अमृतसर जिले सबसे अधिक प्रभावित हैं। एनडीआरएफ, सेना, बीएसएफ और पुलिस टीमें राहत कार्य में जुटी हैं। हरियाणा में यमुनानगर जिले के हथिनीकुंड बैराज के गेट जलस्तर बढ़ने के कारण खोले गए हैं।


राजस्थान में बाढ़ का पानी घरों तक पहुंचा

राजस्थान के दौसा जिले में भारी बारिश ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। लगातार बारिश के कारण नहरें उफान पर हैं और निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। यहां 177 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने राज्य के कई हिस्सों में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है।


नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

देहरादून, चंपावत, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिलों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित है। गंगा, मंदाकिनी और अलकनंदा जैसी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। हल्द्वानी में गौला नदी खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। हरिद्वार और ऋषिकेश में गंगा नदी भी खतरे के करीब पहुंच गई है। कई जिलों में स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।


जम्मू-कश्मीर में बारिश का असर

जम्मू-कश्मीर में बारिश के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर समरोली और बनिहाल सेक्टर के बीच भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण सड़कें बंद हो गई हैं। जम्मू संभाग के अधिकांश हिस्सों में भारी वर्षा से स्थिति गंभीर बनी हुई है।