भारत में सरकारी घूसखोरी के नए मामले: रक्षा और विदेश मंत्रालय में गड़बड़ी
सरकारी विभागों में घूसखोरी का नया मामला
सरकारी कार्यों में रिश्वतखोरी एक पुरानी समस्या है, लेकिन जब नए विभागों से घूसखोरी की घटनाएं सामने आती हैं, तो यह चौंकाने वाला होता है। हाल ही में दो घटनाएं इस संदर्भ में ध्यान खींचती हैं। पहली घटना रक्षा मंत्रालय से जुड़ी है, जबकि दूसरी भारत के विदेश मंत्रालय के एक मिशन कार्यालय से संबंधित है। इन दोनों मामलों में करोड़ों रुपये की अनियमितताओं का खुलासा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, जेनेवा में भारत के पूर्व लेखा अधिकारी मोहित पर दो लाख स्विस फ्रैंक, जो लगभग दो करोड़ रुपये के बराबर है, की गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। इस मामले की जांच सीबीआई द्वारा शुरू की गई है।
इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय के रक्षा उत्पादन विभाग में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को सीबीआई ने तीन लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। रिश्वत देने वाले व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है। उनके निवास पर की गई तलाशी में सीबीआई ने दो करोड़ 36 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। आरोप है कि शर्मा और उनकी पत्नी ठेके दिलाने और सामान की आपूर्ति की मंजूरी दिलाने में मदद करते थे और इसके बदले में पैसे लेते थे। यह मामला दुबई की एक कंपनी को सामान की आपूर्ति के लिए विदेश मंत्रालय से मंजूरी दिलाने से संबंधित है। आमतौर पर राजनयिकों और रक्षा अधिकारियों को विशेष सुरक्षा दी जाती है, लेकिन ये दोनों मामले एक के बाद एक सामने आए हैं।
