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भारत-यूके संबंधों में नई दिशा: पीएम मोदी की लंदन यात्रा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंदन यात्रा भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इस यात्रा के दौरान, मोदी ने आर्थिक सहयोग, विकास और रोजगार के नए अवसरों पर जोर दिया। भारतीय समुदाय ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, जबकि मोदी ने उनके समर्थन की सराहना की। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ होने वाली चर्चा में व्यापार, रक्षा, और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर बात होगी। जानें इस यात्रा के प्रमुख पहलू और इसके संभावित प्रभाव।
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भारत-यूके संबंधों में नई दिशा: पीएम मोदी की लंदन यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी की लंदन यात्रा का महत्व

भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच संबंध एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं, जहाँ दोनों देश राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक स्तर पर नए आयाम जोड़ने की दिशा में अग्रसर हैं। इसी संदर्भ में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 से 24 जुलाई के बीच ब्रिटेन की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर लंदन पहुँचे, जहाँ उनका भव्य स्वागत किया गया।


लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत ब्रिटेन की विदेश मंत्री कैथरीन वेस्ट ने किया, जो हिंद-प्रशांत मामलों की प्रभारी हैं। उनके साथ भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरन और लंदन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी भी उपस्थित रहे। इस यात्रा को भारत-ब्रिटेन के द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।


प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी लंदन यात्रा की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा करते हुए लिखा, "मैं लंदन पहुँच गया हूँ। यह दौरा भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक सहयोग को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा। हमारा उद्देश्य विकास, समृद्धि और रोजगार के नए अवसर सृजित करना है। वैश्विक स्थिरता और उन्नति के लिए भारत-ब्रिटेन की सशक्त साझेदारी आवश्यक है।"


लंदन में बसे भारतीय समुदाय ने प्रधानमंत्री मोदी के आगमन का बड़े उत्साह और गर्व के साथ स्वागत किया। छात्रों, प्रवासी भारतीयों, सामुदायिक नेताओं और सांसदों ने लंदन के उपनगरों में एकत्र होकर प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया। अपने स्वागत से अभिभूत प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय की ऊर्जा और भारत के प्रति उनके समर्पण की सराहना की। उन्होंने X पर लिखा, "ब्रिटेन में भारतीय समुदाय से मिला स्नेह अत्यंत प्रेरणादायक है। यह हमारे देश की प्रगति में उनके विश्वास को दर्शाता है।"


प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा निर्धारित है। यह बातचीत व्यापार, रक्षा, तकनीकी सहयोग, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य, शिक्षा तथा लोगों के बीच संबंधों जैसे विषयों पर केंद्रित होगी। दोनों देशों के बीच Comprehensive Strategic Partnership (सीएसपी) के तहत हुई प्रगति की भी समीक्षा की जाएगी।