भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभ्रांशु शुक्ला की ISS यात्रा के बाद देश में उत्सव

भारत के अंतरिक्ष इतिहास में नया अध्याय
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि जुड़ गई है। भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभ्रांशु शुक्ला ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की सफल यात्रा के बाद रविवार को भारत में वापसी की। उनके इस ऐतिहासिक मिशन को मान्यता देने के लिए, आज लोकसभा में एक विशेष चर्चा आयोजित की जाएगी। यह अवसर न केवल शुभ्रांशु के योगदान का सम्मान करेगा, बल्कि भारत की अंतरिक्ष प्रगति को भी उजागर करेगा।केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा, "हमारे हीरो अंतरिक्ष यात्री शुभ्रांशु शुक्ला सफलतापूर्वक ISS से लौट आए हैं। संसद उनके इस ऐतिहासिक मील के पत्थर का सम्मान करेगी।" यह सम्मान दर्शाता है कि देश अपने अंतरिक्ष यात्रियों की उपलब्धियों को कितना महत्व देता है और यह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात
शुभ्रांशु शुक्ला आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मिलने वाले हैं। यह मुलाकात शाम 5 बजे से 5:30 बजे के बीच होने की संभावना है। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने शुभ्रांशु के अंतरिक्ष मिशन के दौरान उनसे बातचीत की थी, जिसमें उन्होंने शुभ्रांशु के स्वास्थ्य और उनकी कुशलता के बारे में पूछा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि यह बातचीत केवल दो व्यक्तियों के बीच नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का प्रतीक है।
इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर स्वागत
शुभ्रांशु शुक्ला का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। उनके आगमन पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह, दिल्ली की मुख्यमंत्री और ISRO के अध्यक्ष वी. नारायणन सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया। यह स्वागत न केवल शुभ्रांशु के लिए, बल्कि ISRO और पूरे देश के लिए गर्व का क्षण था।
लखनऊ में 'हीरो' का स्वागत
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद, शुभ्रांशु शुक्ला 25 अगस्त को अपने गृहनगर लखनऊ लौटेंगे। उनके पूर्व विद्यालय, सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (CMS) ने उनके सम्मान में एक भव्य उत्सव की योजना बनाई है। स्कूल ने "ग्रैंड विक्ट्री परेड" का आयोजन किया है, जिसमें शुभ्रांशु का 'हीरो' जैसा स्वागत किया जाएगा।
CMS ने निवासियों को आमंत्रित किया है कि वे इस अवसर पर बाहर आकर झंडे लहराएं और उत्सव में भाग लें। यह शुभ्रांशु की शैक्षणिक यात्रा और अंतरिक्ष में उनकी उपलब्धियों को समर्पित एक विशेष श्रद्धांजलि होगी।
भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाएं
शुभ्रांशु शुक्ला का ISS मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह ISRO की बढ़ती क्षमताओं और अंतरिक्ष अन्वेषण के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। शुभ्रांशु की सफलता युवा पीढ़ी को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगी, और भारत को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में मदद करेगी।