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भारतीय इंजीनियर का वीज़ा इंटरव्यू: 60 सेकंड में अस्वीकृति का चौंकाने वाला अनुभव

एक वरिष्ठ भारतीय इंजीनियर, जो अमेरिका में एक प्रमुख तकनीकी सम्मेलन में भाग लेने के लिए वीज़ा आवेदन कर रहे थे, को केवल 60 सेकंड में अस्वीकृति का सामना करना पड़ा। उनकी कहानी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई है, जिससे अमेरिकी वीज़ा प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। जानें इस चौंकाने वाले अनुभव के बारे में और यह कैसे दर्शाता है कि उच्च वेतन और स्थिर नौकरी भी वीज़ा प्राप्त करने की गारंटी नहीं है।
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भारतीय इंजीनियर का वीज़ा इंटरव्यू: 60 सेकंड में अस्वीकृति का चौंकाने वाला अनुभव

वीज़ा अस्वीकृति का चौंकाने वाला अनुभव

नई दिल्ली: एक वरिष्ठ भारतीय इंजीनियर, जो अमेरिका में एक प्रमुख तकनीकी सम्मेलन में भाग लेने की योजना बना रहे थे, को अपने वीज़ा इंटरव्यू में केवल 60 सेकंड में अस्वीकृति का सामना करना पड़ा।


यह घटना एक सीनियर टेक्नोलॉजी इंजीनियर की है, जिनकी वार्षिक आय लगभग 1 करोड़ रुपये है। यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिससे अमेरिकी वीज़ा प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं।


अपनी पहचान छुपाते हुए, इंजीनियर ने बताया कि वे भारत की एक प्रमुख टेक कंपनी में 'सीनियर टेक लीड' के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें अमेरिका के अटलांटा में 'KubeCon + CloudNativeCon 2025' सम्मेलन में शामिल होने के लिए जाना था।


उन्होंने B1/B2 (बिजनेस/टूरिस्ट) वीज़ा के लिए आवेदन किया था और सभी तैयारियाँ पूरी कर ली थीं, लेकिन इंटरव्यू का अनुभव बेहद निराशाजनक रहा।


सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर अपने अनुभव साझा करते हुए, इंजीनियर ने बताया कि नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में उनके साथ केवल तीन संक्षिप्त सवाल पूछे गए। ये सवाल थे: 'आपकी यात्रा का उद्देश्य क्या है?', 'आपने पहले किन देशों की यात्रा की है?' और 'क्या अमेरिका में आपका कोई रिश्तेदार या दोस्त है?'


इन सवालों के जवाब देने के तुरंत बाद, उनका वीज़ा आवेदन अस्वीकृत कर दिया गया।


इंजीनियर ने कहा कि जैसे ही उन्होंने सवालों के जवाब दिए, उन्हें तुरंत वीज़ा रिजेक्ट होने की सूचना दी गई। पूरी प्रक्रिया 60 सेकंड में समाप्त हो गई।


उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि उनके पास 11 साल का स्थायी नौकरी का रिकॉर्ड है और उन्होंने पहले लिथुआनिया, मालदीव और इंडोनेशिया जैसे देशों की यात्रा की है। इसके अलावा, उनका एक आठ महीने का बच्चा भी है, जो उनके देश वापस लौटने का एक मजबूत कारण है। फिर भी, उनका वीज़ा अस्वीकृत कर दिया गया।


यह कहानी रेडिट पर वायरल हो गई, जिस पर हजारों लोगों ने प्रतिक्रिया दी। कई यूजर्स ने आश्चर्य व्यक्त किया कि अगर 1 करोड़ रुपये की सैलरी, स्थिर नौकरी और मजबूत पारिवारिक संबंधों के बावजूद वीज़ा नहीं मिल रहा है, तो आम लोगों का क्या होगा?


अमेरिकी दूतावास के नियमों के अनुसार, वीज़ा देने का निर्णय पूरी तरह से इंटरव्यू लेने वाले अधिकारी के विवेक पर निर्भर करता है। यदि अधिकारी को लगता है कि उम्मीदवार का अपने देश से जुड़ाव पर्याप्त नहीं है, तो Section 214(b) के तहत वीज़ा अस्वीकृत किया जा सकता है।


यह मामला दर्शाता है कि आज के समय में केवल उच्च वेतन या अच्छी नौकरी ही वीज़ा प्राप्त करने की गारंटी नहीं है, बल्कि यह साबित करना भी आवश्यक है कि आप यात्रा के बाद अपने देश वापस लौटेंगे।