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भारतीय एयरलाइनों में तकनीकी खामियों की बढ़ती संख्या पर चिंता

अहमदाबाद विमान हादसे के बाद, भारतीय एयरलाइनों की सुरक्षा में सुधार के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। हाल की रिपोर्टों में 183 से अधिक तकनीकी खामियों का खुलासा हुआ है, जिसमें एयर इंडिया समूह की खामियां प्रमुख हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने लोकसभा में इस मुद्दे पर जानकारी दी है। जानें, पिछले वर्षों में एयरलाइनों द्वारा रिपोर्ट की गई खामियों की संख्या और उनकी मरम्मत की प्रक्रिया के बारे में।
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भारतीय एयरलाइनों में तकनीकी खामियों की बढ़ती संख्या पर चिंता

भारतीय एयरलाइनों की सुरक्षा में सुधार

भारतीय एयरलाइंस: अहमदाबाद में हाल ही में हुए विमान दुर्घटना के बाद, विमानों और हवाई अड्डों की सुरक्षा को काफी सख्त किया गया है। प्रत्येक उड़ान से पहले विमानों की गहन जांच की जा रही है। यदि किसी प्रकार की कमी पाई जाती है, तो उसे तुरंत ठीक किया जा रहा है। हालांकि, एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, 21 जुलाई तक, पांच भारतीय एयरलाइनों ने अपने विमानों में 183 से अधिक खामियों की जानकारी DGCA को दी है। इनमें से 85 खामियों की रिपोर्ट एयर इंडिया समूह ने दी है। 


सरकार द्वारा दी गई जानकारी

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में यह जानकारी प्रदान की। सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इंडिगो में 62, अकासा में 28, स्पाइसजेट में 8 और एयर इंडिया में 85 खामियों की सूचना मिली है। ये आंकड़े 21 जुलाई तक के हैं।


पिछले वर्षों में एयरलाइनों की खामियों की रिपोर्ट

भारतीय एयरलाइंस अक्सर DGCA को खामियों की जानकारी देती रहती हैं। 2024 में 420 से अधिक तकनीकी खामियों की रिपोर्ट की गई थी। वहीं, 2023 में यह संख्या 448 थी और 2022 में 528 खामियों का आंकड़ा दर्ज किया गया था। इन वर्षों में एलायंस एयर और विस्तारा की खामियों को भी शामिल किया गया है। 2021 में कुल 514 तकनीकी खामियों की जानकारी दी गई थी। किसी भी तकनीकी खराबी की सूचना एयरलाइंस द्वारा नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को दी जाती है, ताकि उनकी जांच की जा सके और आवश्यकतानुसार उन्हें ठीक किया जा सके। 


तकनीकी खामियों की मरम्मत की प्रक्रिया

अहमदाबाद विमान हादसे के बाद विमानों में खामियों पर चर्चा तेज हो गई है। हर विमान की जांच की जा रही है। इस दुर्घटना में फ्यूल स्विच का मुद्दा भी चर्चा में रहा। नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने अपने लिखित उत्तर में कहा कि सभी खामियों, विशेषकर बड़ी खामियों की जल्द से जल्द जांच होनी चाहिए, ताकि उन्हें तुरंत ठीक किया जा सके और किसी बड़ी घटना को रोका जा सके। बड़ी खामियों की जांच ऑपरेटर द्वारा DGCA के सहयोग से की जाती है। 12 जून को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में सभी यात्रियों की मृत्यु हो गई थी।