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भारतीय गगनयात्री शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन शुरू

भारतीय गगनयात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सियम मिशन 4 के तहत अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी। उन्होंने अंतरिक्ष में पहुंचते ही देशवासियों के लिए पहला संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए। इस मिशन में उनके साथ अन्य अंतरिक्ष यात्री भी हैं, और यह भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन, गगनयान, की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जानें इस मिशन के बारे में और शुभांशु के अनुभवों के बारे में।
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भारतीय गगनयात्री शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन शुरू

शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष में पहला संदेश

भारतीय गगनयात्री शुभांशु शुक्ला ने एक्सियम मिशन 4 के तहत अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरी है। उनके साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी इस मिशन में शामिल हैं। जैसे ही वे अंतरिक्ष में पहुंचे, उन्होंने देशवासियों के लिए पहला संदेश भेजा, जिसमें उन्होंने कहा, "क्या अद्भुत यात्रा थी। मेरे कंधे पर लहरा रहा तिरंगा मुझे याद दिला रहा है कि मैं आप सभी के साथ हूं।"


शुक्ला ने बताया कि वे इस समय 7.5 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति से पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगा रहे हैं। एक्सियम-4 मिशन के हिस्से के रूप में, स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन अंतरिक्ष यान के प्रक्षेपण के कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने यह बात कही। उन्होंने इसे भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन, गगनयान की शुरुआत के रूप में भी बताया।




शुभांशु शुक्ला इस मिशन में एक मिशन स्पेशलिस्ट के रूप में कार्यरत हैं। उनके साथ मिशन कमांडर ऐनी मैकक्लेन (नासा), पायलट निखोलाय चब (रूस), और मिशन स्पेशलिस्ट किरण जॉर्ज (ऑस्ट्रेलिया) शामिल हैं। यह चार सदस्यीय दल अंतरिक्ष स्टेशन पर 14 से 20 दिनों तक रहेगा, जहां वे वैज्ञानिक प्रयोग, तकनीकी प्रदर्शन और अंतरिक्ष अनुसंधान से संबंधित कार्य करेंगे।


शुभांशु शुक्ला भारतीय वायुसेना के एक अनुभवी टेस्ट पायलट हैं, जिन्हें 2024 में इसरो और नासा के सहयोग से गगनयान मिशन के लिए चुना गया था। उनकी यह उड़ान भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन, गगनयान, के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो 2026 में लॉन्च होने की योजना है। शुभांशु ने बेंगलुरु में इसरो के अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षण केंद्र और नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर में कठिन प्रशिक्षण लिया है।