भारतीय नौसेना का ऑपरेशन सिंदूर: राफेल की तकनीकी जीत

भारतीय नौसेना की अद्भुत उपलब्धि
ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय नौसेना ने अपने उन्नत युद्ध कौशल और तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान को ऐसा नुकसान पहुँचाया है, जिसकी भरपाई में उसे सदियाँ लग जाएँगी। चार दिनों तक चले इस संघर्ष में भारतीय वायुसेना ने एक ऐसा कारनामा किया है, जिसकी विश्वभर में सराहना हो रही है। पूर्व अमेरिकी F-15E और F-16 पायलट रयान बोडेनहाइमर ने इसे 'अब तक का सबसे बेहतरीन छलावा और धोखा' बताया है।
दुश्मन को किया अंधा
रयान बोडेनहाइमर ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल फाइटर जेट में लगे X-Guard डिकॉय सिस्टम ने दुश्मन की रडार प्रणाली को पूरी तरह से भ्रमित कर दिया। यह एक इलेक्ट्रॉनिक धोखे का उपकरण है, जिसने दुश्मन को अंधा बना दिया।
राफेल का X-Guard क्या है?
रिपोर्ट के अनुसार, X-Guard एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संचालित डिकॉय है, जो राफेल जेट के पीछे 100 मीटर लंबी फाइबर-ऑप्टिक केबल से जुड़ा होता है। इसका वजन केवल 30 किलोग्राम है और यह 500 वाट की 360-डिग्री जैमिंग क्षमता से दुश्मन के रडार को भ्रमित करता है। इसकी तकनीक इतनी चतुराई से काम करती है कि दुश्मन असली और नकली जेट में अंतर नहीं कर पाता।
पाकिस्तान की PL-15E मिसाइलें बेबस
रयान बोडेनहाइमर के अनुसार, भारतीय वायुसेना ने X-Guard का कुशलता से उपयोग किया। पाकिस्तान की PL-15E मिसाइलों में मजबूत स्पूफिंग का मुकाबला करने की क्षमता नहीं है, जिससे वे राफेल विमानों के सामने पूरी तरह असहाय हो गए।
एक्स-गार्ड की तैनाती
रयान ने बताया कि X-Guard को 2 सेकंड से भी कम समय में तैनात किया जा सकता है और इसे पुनः उपयोग भी किया जा सकता है। यह एक सक्रिय छद्म साथी की तरह कार्य करता है, जो दुश्मन का ध्यान अपनी ओर खींचता है। इससे भारत की इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमताएँ एक नए स्तर पर पहुँच गई हैं, जहाँ युद्ध केवल हथियारों से नहीं, बल्कि डेटा और भ्रम से भी लड़ा जाएगा।