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भारतीय महिला मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन, वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में 4 मेडल पक्के

लिवरपूल में चल रही वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में भारतीय महिला मुक्केबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है। जैस्मिन लैम्बोरिया और नूपुर श्योरण ने फाइनल में जगह बनाई है, जबकि मीनाक्षी हुड्डा ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया है। भारत की बेटियों ने अब तक चार मेडल सुनिश्चित कर लिए हैं, जबकि पुरुष मुक्केबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। जानें इस चैंपियनशिप में भारतीय महिला मुक्केबाजों की सफलता की कहानी।
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भारतीय महिला मुक्केबाजों का शानदार प्रदर्शन, वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2025 में 4 मेडल पक्के

भारतीय महिला मुक्केबाजों की सफलता

World Boxing Championship 2025: वर्तमान में लिवरपूल में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारतीय महिला मुक्केबाजों ने अद्भुत प्रदर्शन किया है। भारत की बेटियों ने अब तक चार मेडल सुनिश्चित कर लिए हैं। जैस्मिन लैम्बोरिया इस चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय मुक्केबाज बनीं। इसके बाद नूपुर श्योरण ने भी फाइनल में अपनी जगह बनाई है। अब इन दोनों से गोल्ड मेडल की उम्मीदें हैं। मीनाक्षी हुड्डा ने सेमीफाइनल में पहुंचकर भारत के लिए चौथा मेडल पक्का किया है।


फाइनल में पहुंची जैस्मिन और नूपुर

सेमीफाइनल में जैस्मिन लैम्बोरिया का मुकाबला वेनेजुएला की अल्काला से हुआ। जैस्मिन ने इस मुकाबले में 5-0 से जीत हासिल कर फाइनल में प्रवेश किया। अब उनका सामना पेरिस ओलंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट जूलिया स्जेरेमेटा से होगा।



नूपुर ने महिला 80 किलोग्राम वर्ग में तुर्की की सेमा दूततास को 5-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। सेमीफाइनल में नूपुर ने शुरुआत से ही तुर्की की मुक्केबाज पर दबदबा बनाया। इससे पहले पूजा रानी ने भी इसी वर्ग में भारत के लिए एक मेडल सुनिश्चित किया था।


सेमीफाइनल में पहुंची मीनाक्षी

महिला 48 किलोग्राम वर्ग में मीनाक्षी ने इंग्लैंड की एलिस पंपफ्रे को सर्वसम्मति से 5-0 से हराकर सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई। अब मीनाक्षी का सामना मंगोलिया की सिल्वर मेडलिस्ट लुत्साइखान्य अल्तांतसेट्सेग से होगा।


भारतीय पुरुष मुक्केबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक

जहां भारतीय महिला मुक्केबाजों ने देश का मान बढ़ाया है, वहीं पुरुष मुक्केबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा है। भारतीय पुरुषों की 10 सदस्यीय टीम 2013 के बाद से बिना किसी पदक के लौट रही है। इस चैंपियनशिप में कोई भी भारतीय पुरुष मुक्केबाज मेडल नहीं जीत सका है।