भारतीय रंगमंच के दिग्गज रतन थियम का निधन

रतन थियम का निधन
रतन थियम का निधन: भारतीय नाटककार और रंगमंच निर्देशक रतन थियम का निधन बुधवार तड़के 1:30 बजे इम्फाल के रिम्स अस्पताल में हुआ। रतन थियम भारतीय रंगमंच के 'थिएटर ऑफ रूट्स' आंदोलन के प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक थे। उन्होंने प्राचीन भारतीय थिएटर को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, नाटकों की रचना और मंचन के माध्यम से। उनका निधन भारतीय रंगमंच के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक युग का अंत है।20 जनवरी, 1948 को मणिपुर के इंफाल में जन्मे रतन थियम एक बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे, जिनकी रचनात्मक यात्रा चित्रकला और लेखन से शुरू होकर रंगमंच में अपने चरम पर पहुँची।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, 'मैं अत्यंत दुःख के साथ भारतीय रंगमंच के एक सच्चे प्रकाश पुंज और मणिपुर के एक सम्मानित सपूत श्री रतन थियम के निधन पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। उनकी कला, दूरदर्शिता और मणिपुरी संस्कृति के प्रति अटूट समर्पण ने न केवल रंगमंच को बल्कि हमारी पहचान को भी समृद्ध किया। उनके कार्यों में मणिपुर की आत्मा समाहित थी, जो उनकी कहानियों, संघर्षों और उसकी सुंदरता को दर्शाती थी।'
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनकी आत्मा उनके द्वारा छोड़ी गई कृतियों और प्रेरित अनगिनत जीवन में सदैव जीवित रहे। हमें उनके अपार योगदान को याद करने की शक्ति मिले।'
रंगमंच निर्देशक रतन थियम ने 1976 में इम्फाल के निकट कोरस रिपर्टरी थिएटर की स्थापना की, जो मणिपुर की समृद्ध संस्कृति और विश्व के साथ संवाद का एक पवित्र स्थल बन गया।