भारतीय रिज़र्व बैंक के डिप्टी-गवर्नर ने वित्तीय समावेशन पर जोर दिया

वित्तीय समावेशन की नई पहल
भारतीय रिज़र्व बैंक के उप-गवर्नर स्वामीनाथन जानकीरामन ने शनिवार को बताया कि री-केवाईसी शिविर जैसी वित्तीय समावेशन की गतिविधियाँ केवल बैंकिंग सेवाओं तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये ग्राहकों को वित्तीय साक्षरता के माध्यम से सशक्त बनाने का कार्य भी करती हैं।
तिरुवल्लूर जिले में इंडियन बैंक द्वारा आयोजित वित्तीय समावेशन कार्यक्रम में जानकीरामन ने इस प्रकार के आयोजनों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ये शिविर लोगों को बिना बैंक शाखा में गए अपने री-केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) को पूरा करने में सहायता करते हैं।
इंडियन बैंक द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में, आरबीआई के उप-गवर्नर ने कहा कि वित्तीय समावेशन का अर्थ केवल बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान करना नहीं है, बल्कि वित्तीय साक्षरता के माध्यम से लोगों को अपने जीवन को सुधारने और देश की आर्थिक प्रगति में योगदान करने में सक्षम बनाना भी है।