भारतीय रेलवे ने इमरजेंसी कोटा नियमों में किया महत्वपूर्ण बदलाव
भारतीय रेलवे ने अपने इमरजेंसी कोटा नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो यात्रियों के लिए राहत का कारण बन सकते हैं। नए नियमों का उद्देश्य जरूरतमंद यात्रियों को तत्काल टिकट उपलब्ध कराना और प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाना है। इमरजेंसी कोटा, जिसे पहले 'वीआईपी कोटा' के नाम से जाना जाता था, विशेष परिस्थितियों में यात्रा करने वालों के लिए आरक्षित सीटें प्रदान करता है। रेलवे मंत्रालय ने इन परिवर्तनों से बेहतर सेवा और आपातकालीन यात्रा में आसानी की उम्मीद जताई है। जानें इन नए नियमों के बारे में विस्तार से।
Jul 23, 2025, 15:14 IST
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भारतीय रेलवे के नए इमरजेंसी कोटा नियम
भारतीय रेलवे ने अपने इमरजेंसी कोटा (ईक्यू) नियमों में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, जो रेल यात्रियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव है। इन नए नियमों का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंद यात्रियों को तत्काल टिकट उपलब्ध कराना और इस प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और न्यायसंगत बनाना है।इमरजेंसी कोटा, जिसे पहले 'वीआईपी कोटा' या 'एचओ कोटा' (हाई ऑफिशियल कोटा) के नाम से जाना जाता था, विशेष परिस्थितियों में यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए आरक्षित सीटें प्रदान करता है। इसमें सरकारी अधिकारी, वरिष्ठ नागरिक, बीमार व्यक्ति और आपात स्थिति में यात्रा करने वाले लोग शामिल हैं। लंबे समय से इन नियमों में सुधार की मांग की जा रही थी ताकि इसका दुरुपयोग रोका जा सके और वास्तविक आपातकालीन स्थितियों में यात्रा करने वालों को प्राथमिकता मिल सके।
हालांकि लेख में विशेष बदलावों का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन रेलवे के सूत्रों के अनुसार, इन परिवर्तनों का उद्देश्य यात्रियों को यह स्पष्ट करना है कि इमरजेंसी कोटा के तहत कौन आवेदन कर सकता है और कैसे। इससे प्रतीक्षा सूची में शामिल यात्रियों को भी राहत मिलने की संभावना है, क्योंकि अब खाली सीटों का आवंटन अधिक न्यायसंगत तरीके से किया जाएगा।
रेलवे मंत्रालय ने आशा व्यक्त की है कि इन संशोधनों से यात्रियों को बेहतर सेवा मिलेगी और आपातकालीन यात्रा में आसानी होगी। यह बदलाव भारतीय रेलवे की सेवाओं को सुधारने और यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। नए नियमों के लागू होने के बाद, यात्रियों को आपातकालीन परिस्थितियों में यात्रा के लिए सीटों की उपलब्धता को लेकर अधिक विश्वसनीयता मिलेगी।