भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग में नया रिकॉर्ड स्थापित किया

टिकट बुकिंग का नया मील का पत्थर
नई दिल्ली – भारतीय रेलवे ने हाल ही में एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है, जिसमें 22 मई को प्रति मिनट 31,814 टिकट बुक किए गए। यह आंकड़ा रेलवे के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा है, जो टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म की क्षमता को भी दर्शाता है।
इसके साथ ही, रेलवे ने अनधिकृत ऑटोमेटेड बुकिंग पर कड़ी कार्रवाई की है। इसके एआई संचालित सिस्टम ने 2.5 करोड़ संदिग्ध यूजर आईडी को निष्क्रिय कर दिया है। रेल मंत्रालय ने बताया कि निष्पक्षता और दक्षता को बढ़ाने के लिए नए यूजर प्रोटोकॉल जल्द ही लागू किए जाएंगे।
रेलवे ने स्पष्ट किया है कि जिन यूजर्स ने आधार के माध्यम से ऑथेंटिकेशन नहीं किया है, वे एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (एआरपी), तत्काल और प्रीमियम तत्काल की टिकट बुकिंग के तीन दिन बाद ही बुकिंग कर सकेंगे। वहीं, आधार-वेरिफाइड यूजर्स बिना किसी देरी के टिकट बुक कर सकते हैं।
रेलवे के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में औसत दैनिक यूजर लॉगिन 69.08 लाख से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 82.57 लाख हो गया है, जो 19.53 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है। इसी अवधि में औसत दैनिक टिकट बुकिंग में 11.85 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
ई-टिकटिंग की हिस्सेदारी अब कुल रिजर्व टिकट बुकिंग में 86.38 प्रतिशत हो गई है। भारतीय रेलवे ने अपने टिकटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में बड़े पैमाने पर डिजिटल सुधार किए हैं। अत्याधुनिक एंटी-बॉट सिस्टम की तैनाती और एक प्रमुख कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (सीडीएन) सेवा प्रदाता के साथ एकीकरण के माध्यम से रेलवे ने बेईमान एजेंटों द्वारा अनधिकृत ऑटोमेटेड बुकिंग पर काफी हद तक अंकुश लगाया है और वास्तविक यूजर्स के लिए वेबसाइट की पहुंच में सुधार किया है।
नई प्रणाली ने सभी बॉट ट्रैफिक को प्रभावी रूप से कम कर दिया है, जो तत्काल बुकिंग के पहले पांच मिनट के दौरान पीक पर होता है। इस अवधि में कुल लॉगिन प्रयासों में बॉट ट्रैफिक का हिस्सा 50 प्रतिशत तक होता है।