भारतीय वायुसेना का ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तानी विमानों का नाश

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता
ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय वायुसेना (IAF) ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है। वायुसेना प्रमुख अमर प्रीत सिंह ने शनिवार को इस ऑपरेशन की सफलता का खुलासा करते हुए बताया कि भारतीय बलों ने पांच पाकिस्तानी जेट विमानों और एक एईडब्लू एंड सी विमान को नष्ट किया। यह पहली बार है जब किसी उच्च अधिकारी ने सीमा पार आतंकवाद विरोधी अभियान में नष्ट किए गए पाकिस्तानी विमानों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि की है।
बेंगलुरु में एयर चीफ मार्शल एल.एम. कात्रे स्मृति व्याख्यान के दौरान वायुसेना प्रमुख ने कहा, "हमारे पास पांच विमानों के नष्ट होने की पुष्टि हुई है और एक बड़ा विमान, जो या तो ईएलआईएनटी या एईडब्लू एंड सी हो सकता है, को लगभग 300 किलोमीटर की दूरी से गिराया गया। यह वास्तव में अब तक का सबसे बड़ा सतह से हवा में मार गिराने का मामला है, जिसके बारे में हम बात कर सकते हैं।" उन्होंने इस सफलता का श्रेय मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति को दिया।
VIDEO | “5 Pakistan fighters confirmed killed and one large aircraft, largest ever recorded surface-to-air kill,” says Air Chief Marshal Amar Preet Singh on Operation Sindoor, while addressing 16th edition of the Air Chief Marshal LM Katre Memorial Lecture, at the HAL Management… pic.twitter.com/A74pYQ7Fsr
— Press Trust of India (@PTI_News) August 9, 2025
ऑपरेशन की योजना में मिली स्वतंत्रता
वायुसेना प्रमुख ने ऑपरेशन की योजना बनाने और उसे लागू करने में मिली स्वतंत्रता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हमें बहुत स्पष्ट निर्देश दिए गए थे। हम पर कोई प्रतिबंध नहीं था... अगर कोई बाधाएं थीं, तो वे स्व-निर्मित थीं... हमने तय किया कि कितना आगे बढ़ना है... हमें योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने की पूरी आज़ादी थी।" उन्होंने तीनों सेनाओं के बीच समन्वय और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) की भूमिका की भी सराहना की।
एस-400 प्रणाली का प्रभाव
ऑपरेशन में भारत की वायु रक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा। वायुसेना प्रमुख ने हाल ही में एस-400 प्रणाली को गेम-चेंजर बताते हुए कहा, "हमारी वायु रक्षा प्रणालियों ने शानदार काम किया है। एस-400 प्रणाली की रेंज ने दुश्मन के विमानों को उनके लंबी दूरी के ग्लाइड बमों का उपयोग करने से रोका। वे हमारी डिफेंस सिस्टम को भेदने में सफल नहीं हो सके।" इस अभियान में लंबी दूरी के सटीक हथियारों का उपयोग किया गया, जिसमें नागरिक हताहतों से बचने पर विशेष ध्यान दिया गया।
आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमला
वायुसेना प्रमुख ने बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर किए गए हमले की तस्वीरें साझा कीं। उन्होंने कहा, "यहां लगभग कोई अवशेष नहीं बचा है... आस-पास की इमारतें लगभग सुरक्षित हैं... हमारे पास न केवल सैटेलाइट इमेजेस हैं, बल्कि स्थानीय मीडिया से भी तस्वीरें हैं, जिनके माध्यम से हम अंदर की तस्वीरें प्राप्त कर सकते हैं।"