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भारतीय वायुसेना प्रमुख का बयान: मानवयुक्त विमानों की प्रासंगिकता बनी रहेगी

भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने हाल ही में कहा कि मानवयुक्त विमानों की प्रासंगिकता भविष्य में भी बनी रहेगी, भले ही ड्रोन युद्ध का भविष्य माने जा रहे हों। उन्होंने एलन मस्क के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए यह स्पष्ट किया कि मानवयुक्त और मानवरहित प्रणालियों के बीच सहयोग आवश्यक है। उनका मानना है कि युद्ध के संदर्भ में केवल मानवरहित वाहन ही नहीं, बल्कि मानवयुक्त प्लेटफ़ॉर्म भी महत्वपूर्ण रहेंगे।
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भारतीय वायुसेना प्रमुख का बयान: मानवयुक्त विमानों की प्रासंगिकता बनी रहेगी

मानवयुक्त विमानों का महत्व

भारतीय वायुसेना: वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि मानवयुक्त विमान भविष्य में भी महत्वपूर्ण रहेंगे। यह बयान उन्होंने एलन मस्क के उस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए दिया, जिसमें मस्क ने कहा था कि ड्रोन युद्ध का भविष्य हैं, न कि मानवयुक्त विमान।


एयर चीफ मार्शल ने कहा, "वर्तमान में दुनिया में तीन या चार प्रमुख कार्यक्रम चल रहे हैं, जिन्हें छठी पीढ़ी के विमान कार्यक्रम या एनजीएडी जैसे विभिन्न नाम दिए गए हैं। ये सभी कार्यक्रम मानवयुक्त हैं। निकट भविष्य में भी मानव का महत्व कम नहीं होगा।"


मानवयुक्त और मानवरहित प्रणालियों का सहयोग


उन्होंने आगे कहा, "मानवरहित प्रणालियां अवश्य होंगी, लेकिन उन्हें मानवयुक्त प्रणालियों के साथ मिलकर काम करना होगा या किसी व्यक्ति द्वारा नियंत्रित किया जाना होगा। इसलिए, आने वाले वर्षों में लड़ाकू विमानों की प्रासंगिकता बनी रहेगी।"


एयर चीफ ने यह भी कहा, "एलोन मस्क एक व्यवसायी हैं और वह इस विषय पर ऐसे ही विचार करेंगे क्योंकि वह खुद एक व्यवसाय चलाते हैं। उनकी कारें अब सड़कों पर कितनी हैं, यह आप देख सकते हैं। युद्ध के संदर्भ में, मुझे नहीं लगता कि हम यह कह सकते हैं कि अगली पीढ़ी के अंत तक केवल मानवरहित वाहन ही होंगे। ऐसा नहीं होगा। इसलिए मानवयुक्त प्लेटफ़ॉर्म बने रहेंगे।"