भारतीय वायुसेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर पर की चर्चा, भविष्य की रणनीतियों का किया खुलासा

भारतीय वायुसेना प्रमुख का बयान
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह: सीआईआई बिजनेस समिट में गुरुवार को भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बात करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन ने हमें यह स्पष्ट किया है कि भविष्य में हमें किस दिशा में आगे बढ़ना है। उन्होंने यह भी बताया कि हमारे विचारों की प्रक्रिया को पुनः दिशा देने की आवश्यकता है, जो वर्तमान में चल रही है।
एयर चीफ मार्शल ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर ने हमें यह समझने में मदद की है कि युद्ध की प्रकृति बदल रही है। हर दिन नए तकनीकी उपकरण सामने आ रहे हैं और भविष्य में हम अपने लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम होंगे।' उन्होंने यह भी बताया कि भारत में AMCA (एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) का उत्पादन अब निजी क्षेत्र के लिए भी स्वीकृत किया गया है, जो देश के रक्षा उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
#WATCH | दिल्ली: "हमें भारत में डिजाइन और विकास शुरू करने की आवश्यकता है और जब संख्या में उत्पादन की बात आती है, तो क्षमता आती है। इसलिए हमें बलों और उद्योग के बीच इस विश्वास को बनाए रखना होगा... 'एक बार जो हमने कमिट किया है, फिर मैं अपने आप की भी... pic.twitter.com/IQtRt5cleq
— मीडिया चैनल (@MediaChannel) 29 मई, 2025
PoK के लोगों के लिए बड़ा बयान
'PoK के लोग भारतीय परिवार का हिस्सा...'
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सीआईआई समिट में एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि PoK के लोग भारतीय परिवार का हिस्सा हैं और वह दिन दूर नहीं जब वे भारत में वापस आएंगे। इस दौरान उन्होंने भारत की पाकिस्तान के प्रति नीति पर भी चर्चा की और कहा कि अब भारत ने आतंकवाद और PoK के मुद्दे पर अपनी रणनीति को फिर से तैयार किया है।
'भारत हमेशा दिलों को जोड़ने की कोशिश करता है...'
राजनाथ सिंह ने आगे कहा, 'हमारे भाई जो आज भौगोलिक और राजनीतिक रूप से हमसे अलग हैं, वह एक दिन हमारे बीच वापस लौटेंगे।' उन्होंने PoK के लोगों से अपील की कि 'भारत हमेशा दिलों को जोड़ने की बात करता है और हमें पूरा विश्वास है कि एक दिन PoK भारत में वापस लौटेगा।' इसके अलावा, उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि 'आतंकवाद का कारोबार अब सस्ता नहीं रह गया है और इसे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी, जैसा कि अब इस्लामाबाद को महसूस हो चुका है।'