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भारतीय शेयर बाजार में गिरावट, निवेशकों को 2 लाख करोड़ का नुकसान

भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते गिरावट के साथ बंद हुआ, जिसमें निवेशकों को 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट आई, और कई सेक्टर्स में नुकसान दर्ज किया गया। जानें बाजार के हालात और विशेषज्ञों की राय इस गिरावट के पीछे के कारणों के बारे में।
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भारतीय शेयर बाजार में गिरावट, निवेशकों को 2 लाख करोड़ का नुकसान

शेयर बाजार में गिरावट का कारण

मुंबई - वैश्विक बाजारों में कमजोरी के चलते भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। कारोबार के अंत में, सेंसेक्स 465.75 अंक या 0.55 प्रतिशत की कमी के साथ 83,938.71 पर और निफ्टी 155.75 अंक या 0.60 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,722.10 पर रहा।


निफ्टी के विभिन्न सेक्टर्स में गिरावट

बाजार के अधिकांश सूचकांक लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी मीडिया में 1.32 प्रतिशत, निफ्टी मेटल में 1.09 प्रतिशत, निफ्टी सर्विसेज में 0.91 प्रतिशत, निफ्टी हेल्थकेयर में 0.89 प्रतिशत और निफ्टी कमोडिटीज में 0.84 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। हालांकि, निफ्टी पीएसयू बैंक में 1.56 प्रतिशत, निफ्टी इंडिया डिफेंस में 1.03 प्रतिशत और निफ्टी पीएसई में 0.11 प्रतिशत की वृद्धि हुई।


निवेशकों को हुआ बड़ा नुकसान

निवेशकों के 2.04 लाख करोड़ डूबे
बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 470.32 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले कारोबारी दिन 472.36 लाख करोड़ रुपये था। इस प्रकार, बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप लगभग 2.04 लाख करोड़ रुपये घटा है, जिससे निवेशकों की संपत्ति में इसी अनुपात की कमी आई है।


मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स का प्रदर्शन

मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स का प्रदर्शन भी कमजोर रहा। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 270.35 अंक या 0.45 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,825.90 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 88.90 अंक या 0.48 प्रतिशत की कमी के साथ 18,380.80 पर रहा। सेंसेक्स पैक में बीईएल, एलएंडटी, टीसीएस, आईटीसी और एसबीआई जैसे शेयरों में तेजी आई। वहीं, इटरनल (जोमैटो), एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, ट्रेंट, एचडीएफसी बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, सन फार्मा और टाटा स्टील जैसे शेयरों में गिरावट आई।


बाजार के जानकारों की राय

विशेषज्ञों का कहना है कि दिनभर के उतार-चढ़ाव के बाद भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुआ। इसका मुख्य कारण डॉलर का मजबूत प्रदर्शन और फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की ब्याज दरों पर नकारात्मक टिप्पणी थी, जिसके चलते एफआईआई ने फिर से बिकवाली शुरू की।


निवेशकों की रणनीति

विश्लेषकों ने बताया कि वर्तमान में निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं, और ऐसे में गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अपनाना सही रहेगा। भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत हल्की तेजी के साथ हुई थी, जहां सुबह लगभग 9:25 बजे सेंसेक्स 153.83 अंक या 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 84,558.29 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 33.95 अंक या 0.13 प्रतिशत की बढ़त के साथ 25,911.80 पर बना हुआ था।