Newzfatafatlogo

भारतीय शेयर बाजार में गिरावट, मेटल शेयरों में बिकवाली का दबाव

भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को गिरावट के साथ शुरुआत की, जिसमें सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में कमी आई। मेटल शेयरों में बिकवाली का दबाव देखा गया, जबकि कुछ अन्य क्षेत्रों में भी गिरावट आई। चॉइस ब्रोकिंग के अनुसार, निफ्टी के लिए समर्थन स्तर 25,850 से 25,900 के बीच है। विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने बाजार में सकारात्मक योगदान दिया है। जानें और क्या हो रहा है बाजार में।
 | 
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट, मेटल शेयरों में बिकवाली का दबाव

शेयर बाजार की स्थिति

मुंबई: भारतीय शेयर बाजार ने मंगलवार को गिरावट के साथ शुरुआत की। सुबह 9:25 बजे सेंसेक्स 164 अंक या 0.19 प्रतिशत की कमी के साथ 84,784 पर और निफ्टी 47 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,965 पर पहुंच गया। लार्जकैप के साथ-साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट देखी गई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 92 अंक या 0.15 प्रतिशत की कमी के साथ 61,087 पर और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 91 अंक या 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,255 पर था।


गिरावट का मुख्य कारण मेटल शेयरों में कमजोरी है, जहां निफ्टी मेटल में 0.89 प्रतिशत की कमी आई। इसके अलावा, ऑटो, आईटी, फाइनेंशियल सर्विसेज, फार्मा, एफएमसीजी, रियल्टी, एनर्जी, प्राइवेट बैंक, सर्विसेज और पीएसई भी लाल निशान में रहे। केवल पीएसयू बैंक इंडेक्स में बढ़त देखी गई।


सेंसेक्स में भारती एयरटेल, एक्सिस बैंक, इटरनल (जोमैटो), अदाणी पोर्ट्स, बीईएल, एशियन पेंट्स, एसबीआई और पावर ग्रिड जैसे शेयरों में बढ़त रही। वहीं, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, एमएंडएम, कोटक महिंद्रा, इन्फोसिस, टाइटन, एचसीएल टेक, टीसीएस, एलएंडटी, एचयूएल, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, ट्रेंट, मारुति सुजुकी और एनटीपीसी जैसे शेयरों में गिरावट आई।


चॉइस ब्रोकिंग के अनुसार, निफ्टी के लिए समर्थन स्तर 25,850 से 25,900 के बीच है, जबकि प्रतिरोध स्तर 26,100 से 26,150 के बीच है। यदि निफ्टी 26,100 के ऊपर जाता है, तो यह नया ऑल-टाइम हाई बना सकता है। एशियाई बाजार भी लाल निशान में कारोबार कर रहे थे, जिसमें टोक्यो, शंघाई, हांगकांग, जकार्ता और बैंकॉक शामिल हैं। अमेरिकी शेयर बाजार भी सोमवार को लाल निशान में बंद हुआ था।


विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने लगातार पांच सत्रों की बिकवाली के बाद 17 नवंबर को 442 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने भी 1,465 करोड़ रुपए के शुद्ध निवेश के साथ सकारात्मक योगदान दिया।