भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल, निवेशकों की संपत्ति में वृद्धि

भारतीय शेयर बाजार में उछाल
भारतीय शेयर बाजार: आज भारतीय शेयर बाजार में अभूतपूर्व तेजी देखने को मिली। सप्ताह की शुरुआत में ही सेंसेक्स 1,000 अंकों से अधिक चढ़ गया, जिससे निवेशकों की संपत्ति में कुछ ही मिनटों में लगभग ₹5 लाख करोड़ का इजाफा हुआ। इस तेजी के पीछे कई घरेलू और वैश्विक कारण हैं।
सोमवार को सेंसेक्स 80,597.66 के पिछले बंद स्तर से बढ़कर 81,315.79 पर खुला और कुछ ही मिनटों में 1,000 अंकों से ऊपर चढ़कर 81,619.59 तक पहुंच गया। वहीं, निफ्टी 24,938.20 पर खुला और 326 अंकों की बढ़त के साथ 24,957.55 तक पहुंच गया।
बाजार में तेजी के प्रमुख कारण
वैश्विक तनाव में कमी: रूस-यूक्रेन संघर्ष के समाधान की उम्मीद ने वैश्विक बाजार को राहत दी, जिससे कच्चे माल और महंगाई पर दबाव कम होने की संभावना बढ़ी।
अमेरिकी व्यापार नीति में बदलाव का संकेत: अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत पर लगे सेकेंडरी टैरिफ पर पुनर्विचार की संभावना जताई, जिससे भारतीय निर्यातकों को राहत की उम्मीद जगी।
भारत की क्रेडिट रेटिंग में सुधार: एक वैश्विक रेटिंग एजेंसी ने भारत की क्रेडिट रेटिंग को बढ़ाया, जिससे विदेशी निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ।
मजबूत घरेलू आर्थिक स्थिति: तेज जीडीपी वृद्धि, सकारात्मक कॉरपोरेट परिणाम और खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी ने बाजार को सहारा दिया।
विदेशी निवेशकों की सक्रियता: हाल के दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार खरीदारी कर रहे हैं।
जीएसटी में सुधार की घोषणा: प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर जीएसटी संरचना में सुधार की बात की, जिससे ऑटो और उपभोक्ता वस्तुओं के शेयरों में तेजी आई।
विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में भारतीय शेयर बाजार नए रिकॉर्ड स्थापित कर सकता है, लेकिन वैश्विक राजनीति और अमेरिका की व्यापार नीति पर स्थिति स्पष्ट होने तक उतार-चढ़ाव की संभावना बनी रहेगी।
बाजार का प्रभाव
सेंसेक्स में उछाल: +1,000 अंक (81,619.59 उच्चतम स्तर)
निफ्टी में उछाल: +326 अंक (24,957.55 उच्चतम स्तर)
निवेशकों की संपत्ति में वृद्धि: कुछ ही मिनटों में लगभग ₹5 लाख करोड़ की बढ़ोतरी हुई।
वैश्विक तनाव में राहत
भारतीय शेयर बाजार में यह उछाल वैश्विक तनाव में कमी, अमेरिका से संभावित सकारात्मक संकेत और भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति के भरोसे आया है, लेकिन अस्थिरता की आशंका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।