भारतीय शेयर बाजार में तेजी: जानें प्रमुख कारण
20 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजार में अभूतपूर्व तेजी देखी गई, जिसमें सेंसेक्स लगभग 900 अंक बढ़ा और निफ्टी 25,000 के पार गया। इसके पीछे आरबीआई की नीतिगत ढील, अमेरिकी फेड की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, डॉलर की कमजोरी और विदेशी निवेशकों की वापसी जैसे प्रमुख कारण हैं। इस रैली ने निवेशकों में आत्मविश्वास को पुनर्जीवित किया है, लेकिन वैश्विक आर्थिक संकेत और मध्य पूर्व की स्थिति अभी भी जोखिम बनाए रखती है।
Jun 20, 2025, 13:55 IST
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भारतीय शेयर बाजार में 20 जून 2025 की तेजी
20 जून 2025 को भारतीय शेयर बाजारों में अभूतपूर्व तेजी देखी गई। सेंसेक्स लगभग 900 अंक बढ़कर और निफ्टी 25,000 के स्तर को पार कर गया। इसके पीछे चार प्रमुख कारण हैं:- आरबीआई की प्रोजेक्ट फाइनेंसिंग नियमों में ढील: भारतीय रिज़र्व बैंक ने प्रोजेक्ट फाइनेंस के नियमों को लचीला बनाया, जिससे वित्तीय कंपनियों में उत्साह बढ़ा और बैंकिंग शेयरों में तेजी आई।
- फेडरल रिज़र्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद: अमेरिकी फेड ने 2025 में ब्याज दरों में दो कटौती का संकेत दिया है, जिससे वैश्विक निवेशकों का ध्यान भारतीय इक्विटी की ओर आकर्षित हुआ।
- अमेरिकी डॉलर की कमजोरी: डॉलर की गिरावट ने उभरते बाजारों को आकर्षक बना दिया, जिससे रुपया भी मजबूत हुआ और निवेशकों का विश्वास बढ़ा।
- विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की वापसी: विदेशी पूंजी धारकों का बाजार में लौटना निवेश को नया उत्साह दे रहा है, जिससे भारी मात्रा में धन का प्रवाह हो रहा है।
अन्य कारक:
- वैश्विक संकेत: अमेरिकी वॉल स्ट्रीट और एशियाई बाजारों में तेजी ने घरेलू बाजार को भी प्रेरित किया।
- क्रूड ऑयल की कीमतों में गिरावट: इससे इनपुट लागत में कमी आई है, जिससे कंपनियों की लाभप्रदता में सुधार हुआ है।
- भारतीय कंपनियों के अच्छे Q4 नतीजे: ICICI और HDFC जैसे बैंकों के सकारात्मक आंकड़ों ने उत्साह को बढ़ाया।