भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट: इज़राइल-ईरान संघर्ष का असर

शुक्रवार को बाजार में हाहाकार
शुक्रवार की सुबह भारतीय शेयर बाजारों में भारी हलचल देखने को मिली। इज़राइल द्वारा ईरान पर हमले की खबर ने वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता पैदा कर दी, जिसका सीधा प्रभाव घरेलू बाजार पर पड़ा। बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी दोनों बेंचमार्क इंडेक्स में भारी गिरावट आई, और शुरुआती ट्रेडिंग में यह लगभग डेढ़ प्रतिशत तक टूट गए।
विशेषज्ञों के लिए 'ब्लैक फ्राइडे'
यह दिन विशेषज्ञों और निवेशकों के लिए 'ब्लैक फ्राइडे' के रूप में जाना गया, क्योंकि न केवल सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट आई, बल्कि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी भारी कमी देखी गई। वैश्विक निवेशक सुरक्षित संपत्तियों की ओर भागते नजर आए, जिससे भारतीय शेयर बाजार पर दबाव बढ़ा।
सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट
शुक्रवार की शुरुआत में बीएसई सेंसेक्स 1262.44 अंक गिरकर 80,429.54 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 415.20 अंक की कमी के साथ 24,473.00 के स्तर पर आ गया। यह गिरावट क्रमशः -1.55% और -1.67% के आसपास रही, जो इस वर्ष की सबसे बड़ी इंट्रा डे गिरावटों में से एक मानी जा रही है।
इज़राइल-ईरान संघर्ष का प्रभाव
यह गिरावट इज़राइल द्वारा ईरान पर किए गए सैन्य हमले के बाद आई, जिसने मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा दिया है। अमेरिका ने इसे इज़राइल की एकतरफा सैन्य कार्रवाई बताया और ईरान को चेतावनी दी कि वह अमेरिकी ठिकानों को निशाना न बनाए।
वैश्विक बाजार में हलचल
इज़राइल-ईरान टकराव का प्रभाव केवल भारत तक सीमित नहीं रहा। अमेरिका के फ्यूचर्स और एशियाई शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट देखी गई। निवेशक जोखिम से बचने के लिए गोल्ड और जापानी येन जैसी सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़े। क्रिप्टोकरेंसी में भी गिरावट आई।
हर सेक्टर में गिरावट
एनएसई पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स में बिकवाली का सामना करना पड़ा।
निफ्टी ऑटो: 2% से अधिक गिरा
निफ्टी आईटी: 1.87%
निफ्टी मेटल और मीडिया: 1.77%
निफ्टी फार्मा: 1.3%
निफ्टी पीएसयू बैंक: 1.86% गिरा
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट रही। निफ्टी मिडकैप में 1.69% और निफ्टी स्मॉलकैप में 1.87% की कमी आई।
एविएशन सेक्टर पर दबाव
बोइंग के 787-8 ड्रीमलाइनर के अहमदाबाद में क्रैश होने की खबर के बाद एविएशन सेक्टर के शेयरों में बड़ी गिरावट आई।
इंडिगो के शेयर 5% से अधिक गिरे।
स्पाइसजेट में भी 3.65% की गिरावट दर्ज की गई।
न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में बोइंग के शेयरों में 4.79% की कमी आई।
क्या बाजार फिर से उबर पाएगा?
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे भू-राजनीतिक झटकों के बाद बाजार में अल्पकालिक गिरावट होती है, लेकिन यदि स्थिति ज्यादा बिगड़ती नहीं है, तो रिकवरी भी तेज हो सकती है। हालांकि, तेल आपूर्ति की अनिश्चितता और क्षेत्रीय युद्ध का खतरा फिलहाल बाजार को अस्थिर बनाए रख सकता है।