भारतीय सिनेमा की दिग्गज कामिनी कौशल का निधन, अनुपम खेर ने दी श्रद्धांजलि
कामिनी कौशल का निधन
भारतीय सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री कामिनी कौशल अब हमारे बीच नहीं रहीं। उनका निधन 98 वर्ष की आयु में पिछले शुक्रवार को हुआ। यह घटना भारतीय फिल्म उद्योग के लिए एक बड़ा नुकसान है।
अनुपम खेर ने कामिनी कौशल को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा, "कामिनी कौशल जी केवल एक अद्भुत कलाकार नहीं थीं, बल्कि एक महान इंसान भी थीं। जब भी मैं उनसे मिला, उन्होंने हमेशा मुस्कराते हुए और प्यार से मेरा स्वागत किया और मुझे अच्छी सलाह दी। उनका नाम भारतीय फिल्म इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। ओम शांति!"
कामिनी कौशल का फिल्मी सफर
कामिनी कौशल ने लगभग 6 से 7 दशकों तक हिंदी सिनेमा में काम किया। उनकी पहली फिल्म 'नीचा नगर' 1946 में रिलीज हुई, जिसने बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की। इस फिल्म ने कान फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म का पाल्मे डी’अवॉर्ड जीता, जो उस समय किसी भी निर्देशक और अभिनेत्री के लिए एक बड़ी उपलब्धि थी।
उन्होंने कई हिट फिल्मों में काम किया, जिनमें 'शहीद', 'नदिया के पार', 'जिद्दी', 'शबनम', 'आरजू', और 'बिराज बहू' शामिल हैं। कामिनी कौशल ने आखिरी बार आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' में एक महिला का किरदार निभाया था।
कामिनी कौशल का व्यक्तिगत जीवन
कामिनी कौशल का असली नाम उमा कश्यप था। वे लाहौर के एक प्रतिष्ठित परिवार से थीं, और उनके पिता एक प्रसिद्ध वनस्पतिशास्त्री थे। कामिनी ने तैराकी, भरतनाट्यम और घुड़सवारी में भी शिक्षा प्राप्त की। वे बचपन से ही रंगमंच और रेडियो का हिस्सा रहीं, जिसने उनकी कला को और निखारा।
