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भारतीय सेना का ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर हमला

भारतीय सेना ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया। पाकिस्तान ने एक डोजियर में भारत के हमले के परिणामों को स्वीकार किया है, जिसमें बताया गया है कि भारत ने कम से कम आठ अन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। इस ऑपरेशन की निगरानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। जानें इस ऑपरेशन की पूरी कहानी और इसके पीछे के कारण।
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भारतीय सेना का ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान में आतंकियों के ठिकानों पर हमला

ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव

नई दिल्ली - भारतीय सेना ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकियों के ठिकानों को नष्ट किया। इस बीच, पाकिस्तान ने एक डोजियर में भारत के हमले के परिणामों को स्वीकार किया है। इस डोजियर में बताया गया है कि भारत ने कम से कम आठ अन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं, जिनका पहले खुलासा नहीं किया गया था।


पाकिस्तान के डोजियर में जानकारी

पाकिस्तानी डोजियर में सैटेलाइट इमेज के माध्यम से पेशावर, झंग, हैदराबाद, गुजरांवाला, बहावलनगर, अटक और छोर जैसे प्रमुख शहरों में हुए नुकसान का उल्लेख किया गया है। भारतीय वायु सेना और सैन्य संचालन महानिदेशक ने प्रेस ब्रीफिंग में पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त करने की जानकारी साझा की थी।


आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई

यह डोजियर 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान को हुए नुकसान की महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है और इसे पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के लिए तत्काल आह्वान के पीछे एक प्रमुख कारण माना जा रहा है। 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 पर्यटकों की हत्या की थी, जिसके बाद भारतीय सेना ने 7 मई को इस ऑपरेशन के जरिए 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया।


प्रधानमंत्री की निगरानी

7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' पर भारतीय सेना, वायुसेना और विदेश मंत्रालय ने संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग की, जिसमें विदेश सचिव विक्रम मिस्री, वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह और भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी शामिल थीं। सैन्य अधिकारियों ने आतंकियों के ठिकानों पर किए गए हमले की क्लिप भी प्रस्तुत की।


ऑपरेशन की योजना

'ऑपरेशन सिंदूर' में पाकिस्तान और पीओके में नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें बहावलपुर, मुरीदके, सियालकोट और कोटली जैसे स्थान शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पूरे ऑपरेशन पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रात भर बारीकी से नजर रखी थी।