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भारतीय सेना का पिनाका रॉकेट सिस्टम: आधुनिकता की ओर एक कदम और

भारतीय सेना अपने तोपखाना बल को आधुनिक बनाने के लिए पिनाका रॉकेट लॉन्चर की नई रेजीमेंट्स को शामिल कर रही है। यह कदम चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच सेना की रॉकेट आर्टिलरी क्षमताओं को मजबूत करेगा। पिनाका प्रणाली की विशेषताएं और भविष्य की योजनाएं जानें, जो भारत की रक्षा रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
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भारतीय सेना का पिनाका रॉकेट सिस्टम: आधुनिकता की ओर एक कदम और

भारतीय सेना की तोपखाना शक्ति का आधुनिकीकरण

भारतीय सेना अपने तोपखाना बल को और अधिक प्रभावी और आधुनिक बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। रक्षा मंत्रालय ने 2,580 करोड़ रुपये की लागत से पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) की छह नई रेजीमेंट्स को शामिल करने की प्रक्रिया को अंतिम चरण में पहुंचा दिया है। इनमें से दो रेजीमेंट्स पहले से ही सेवा में हैं, जबकि दो और रेजीमेंट्स की तैयारी चल रही है। शेष दो रेजीमेंट्स 2026 तक सेना के बेड़े में शामिल हो जाएंगी.


चीन के साथ तनाव के बाद रॉकेट आर्टिलरी में वृद्धि

जून 2020 में चीन के साथ गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद, सरकार ने सेना की रॉकेट आर्टिलरी क्षमताओं को तेजी से बढ़ाने का निर्णय लिया। इसके कुछ समय बाद, अगस्त 2020 में रक्षा मंत्रालय ने BEML, टाटा पावर और एलएंडटी के साथ पिनाका रेजीमेंट्स के निर्माण और आपूर्ति के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता किया।


पिनाका: एक स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर प्रणाली

पिनाका DRDO द्वारा विकसित एक स्वदेशी रॉकेट लॉन्चर प्रणाली है, जो पुराने सोवियत GRAD BM-21 सिस्टम की जगह ले रही है। एक पिनाका रेजीमेंट में तीन बैटरियां होती हैं, और प्रत्येक बैटरी में छह लॉन्चर होते हैं। एक लॉन्चर 44 सेकंड में 12 रॉकेट दाग सकता है, जिससे 1.5 किमी से अधिक क्षेत्र में दुश्मन के ठिकानों को नष्ट किया जा सकता है।


पिनाका का एक्सटेंडेड रेंज (ER) संस्करण दुश्मन पर 75 किलोमीटर तक सटीक हमला कर सकता है। जब सभी छह रेजीमेंट्स पूरी तरह से तैनात हो जाएंगी, तो सेना के पास 114 लॉन्चर, 45 कमांड पोस्ट और 330 सपोर्ट वाहन होंगे, जिससे इसकी संचालन क्षमता में वृद्धि होगी।


भविष्य की योजनाएं और आधुनिकीकरण

भारतीय सेना भविष्य में कुल 22 पिनाका रेजीमेंट्स की योजना बना रही है, जिसमें अत्याधुनिक ऑटोमैटिक एमिंग सिस्टम, सैटेलाइट-आधारित पोजिशनिंग सिस्टम और स्मार्ट कमांड पोस्ट शामिल होंगे। 2023 में रक्षा मंत्रालय ने 6,400 पिनाका रॉकेट की खरीद के लिए 2,800 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। इसके बाद, फरवरी 2025 में सरकार ने 10,147 करोड़ रुपये की लागत से हाई-एक्सप्लोसिव और एरिया-डिनायल म्यूनिशन खरीदने का ठेका भी पास किया।


भारत की रॉकेट आर्टिलरी का नया युग

वर्तमान में, भारतीय सेना के पास पांच GRAD BM-21 रेजीमेंट्स और तीन SMERCH रेजीमेंट्स हैं। पिनाका की छह नई रेजीमेंट्स के जुड़ने से भारत की रॉकेट आर्टिलरी को एक नई ताकत मिलेगी, जो विशेष रूप से चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर भारत की जवाबी शक्ति को और मजबूत करेगी। पिनाका की तैनाती भारत के 'मेक इन इंडिया' डिफेंस विजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसका निर्यात भविष्य में देश के सामरिक और आर्थिक हितों को भी सुदृढ़ कर सकता है।