भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर से आतंकियों में हड़कंप

ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव
नई दिल्ली: भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' ने पाकिस्तान में सक्रिय आतंकियों को बुरी तरह प्रभावित किया है। अब, इन आतंकियों के कमांडर खुद इस बात का खुलासा कर रहे हैं। भले ही पाकिस्तानी सेना अपने नुकसान को छिपाने की कोशिश कर रही हो, लेकिन आतंकवादी संगठनों के नेता वीडियो के माध्यम से भारतीय हमले की पुष्टि कर रहे हैं और अपनी बर्बादी की कहानी सुना रहे हैं।
लश्कर-ए-तैयबा का कबूलनामा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से फैल रहा है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा का एक कमांडर यह स्वीकार कर रहा है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान उनके मुख्यालय को पूरी तरह से नष्ट कर दिया था। यह वीडियो जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर द्वारा किए गए कबूलनामे के कुछ दिनों बाद आया है, जो पाकिस्तानी सेना के दावों को झूठा साबित करता है।
कासिम का बयान
वायरल वीडियो में, खुद को लश्कर कमांडर कासिम बताने वाला एक व्यक्ति कहता है, 'मैं मुरीदके में मरकज़ तैयबा के उन खंडहरों पर खड़ा हूं, जो (भारतीय) हमले में तबाह हो गए थे।' वह आगे यह भी बताता है कि इस आतंकी शिविर का पुनर्निर्माण किया जा रहा है और इसे पहले से भी बड़ा बनाया जाएगा। मुरीदके पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखपुरा जिले में स्थित है और इसे लश्कर का एक प्रमुख गढ़ माना जाता है।
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी
क्या था ऑपरेशन सिंदूर?
'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में सक्रिय नौ आतंकी ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाकर नष्ट कर दिया था। इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचाया।