Newzfatafatlogo

भारतीय सेना ने ट्रंप को याद दिलाया 1971 का युद्ध

भारतीय सेना ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को दी गई अमेरिकी सहायता की याद दिलाते हुए एक पुरानी समाचार क्लिप साझा की। इस क्लिप में दिखाया गया है कि कैसे अमेरिका ने पाकिस्तान को 2 अरब डॉलर के हथियार मुहैया कराए थे। इसके साथ ही, भारत सरकार ने ट्रंप की टैरिफ धमकियों का कड़ा जवाब देते हुए अमेरिका और यूरोपीय संघ की आलोचना को अनुचित बताया। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
 | 
भारतीय सेना ने ट्रंप को याद दिलाया 1971 का युद्ध

भारतीय सेना का जवाब

लखनऊ। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में टैरिफ को लेकर धमकी दी है, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने उन्हें एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक तथ्य याद दिलाया है। सेना ने 1971 के युद्ध से पहले अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दी गई 2 अरब डॉलर की हथियारों की सप्लाई का जिक्र किया। पूर्वी कमान ने इस संदर्भ में 1971 के एक पुराने समाचार पत्र की क्लिप साझा की है।

सेना ने अपने ट्वीट में बताया कि 1954 से 1971 के बीच अमेरिका ने पाकिस्तान को 2 अरब डॉलर के हथियार मुहैया कराए थे। इस ट्वीट में यह भी बताया गया कि अमेरिका ने कैसे दशकों तक पाकिस्तान को युद्ध के लिए तैयार करने में मदद की। 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को पराजित किया था।

भारत का कड़ा जवाब

इससे पहले, ट्रंप की टैरिफ संबंधी धमकियों पर भारत सरकार ने भी कड़ा रुख अपनाया था। विदेश मंत्रालय ने अमेरिका और यूरोपीय संघ की आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि रूस से तेल खरीदने की आलोचना अनुचित है। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत पर निशाना साधना गलत है और यह उन देशों की दोहरी नीति को उजागर करता है। उन्होंने बताया कि भारत को रूस से अधिक तेल आयात करना पड़ा क्योंकि यूक्रेन संघर्ष के चलते पारंपरिक सप्लायर्स ने अपनी आपूर्ति यूरोप की ओर मोड़ दी थी। MEA ने यह भी कहा कि यह हैरान करने वाली बात है कि जो देश भारत की आलोचना कर रहे हैं, वही खुद भी रूस से व्यापार कर रहे हैं।