भारतीय सेना ने वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव मनाया
सेना ने मनाया वंदे मातरम् का 150वां वर्ष
भारतीय सेना के जवानों ने सियांग, सियोम और सुबनसिरी घाटी क्षेत्रों में वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने का उत्सव धूमधाम से मनाया। ये क्षेत्र सामरिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। सेना ने बताया कि अग्रिम चौकियों पर तैनात सैनिकों ने इस विशेष अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए।
सैनिकों ने सामूहिक रूप से राष्ट्रीय गीत का गायन किया और मातृभूमि के प्रति अपनी निष्ठा को दोहराया। सेना ने कहा कि दुर्गम और सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात जवानों ने देशभक्ति के जज़्बे के साथ इस उत्सव को मनाया। यह आयोजन राष्ट्र की सांस्कृतिक धरोहर और एकता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

इस अवसर पर जवानों ने तिरंगा फहराया, सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और सीमावर्ती गांवों के लोगों के साथ संवाद स्थापित किया। उन्होंने स्थानीय युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। सेना के अधिकारियों ने बताया कि वंदे मातरम्, जिसे बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने 1875 में लिखा था।

इस गीत ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान करोड़ों भारतीयों में राष्ट्रभक्ति की भावना को जागृत किया। भारतीय सेना ने कहा कि यह आयोजन न केवल राष्ट्रीय गीत की ऐतिहासिक विरासत को याद करने का अवसर है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में देशभक्ति और एकता के संदेश को भी मजबूत करने का प्रतीक है।
