भिवानी में निर्माण मजदूरों का जोरदार प्रदर्शन, मांगे पूरी करने की उठी आवाज

भिवानी में निर्माण मजदूरों का प्रदर्शन
- 31 अगस्त को हजारों मजदूर श्रम मंत्री आवास पर करेंगे मास कंवेशन
Bhiwani News भिवानी।
भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा के आह्वान पर, भ्रष्टाचार के चलते बंद किए गए बोर्ड को फिर से खोलने, 90 दिन की तसदीक यूनियनों को देने, 26000 रुपए मासिक दिहाड़ी और एस.ओ.पी सिस्टम को बहाल करने की मांग को लेकर भिवानी जिले के सैकड़ों निर्माण मजदूरों ने जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों मजदूर कारीगर नेहरू पार्क में इकट्ठा होकर हांसी गेट और पुराना बस अड्डा होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक पहुंचे और नारेबाजी की। उन्होंने उपायुक्त भिवानी के माध्यम से श्रम मंत्री को ज्ञापन भी भेजा।
इस प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान सदीक डाडम ने की, जबकि संचालन जिला सचिव कामरेड अनिल कुमार ने किया। इस रोष प्रदर्शन में राज्य अध्यक्ष मनोज सोनी, किसान नेता और माकपा जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश, यूनियन जिला प्रधान सदीक डाडम, सीटू और यूनियन जिला सचिव कामरेड अनिल कुमार, दादरी जिला संयोजक सुमेर धारनी, सीटू जिला कोषाध्यक्ष कुलदीप बड़वा, और जनवादी महिला समिति की नेता अनुराधा ने भी भाग लिया।
बोर्ड की साइट बंद होने से परेशान मजदूर
यूनियन और सीटू नेताओं ने बताया कि भाजपा सरकार भ्रष्ट अधिकारियों और दलालों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय लाखों निर्माण मजदूरों पर कार्रवाई कर रही है। सरकार की तानाशाही के चलते पिछले दो महीनों से बोर्ड की साइट बंद कर दी गई है। इससे 10 लाख पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं। लाखों श्रमिक पंजीकरण से वंचित हो रहे हैं और कई सुविधाओं से भी वंचित हो गए हैं। पिछले चार महीनों से कन्यादान और अन्य सुविधाओं के लिए पास किए गए फॉर्म की राशि भी जारी नहीं की जा रही है।
हरियाणा सरकार बोर्ड के पैसे का दुरुपयोग राजनीतिक हितों के लिए कर रही है। मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिकों की सुविधाओं का प्रचार कर रहे हैं, जबकि श्रम मंत्री उनकी सुविधाओं को रोकने में लगे हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की मांग
यूनियन लगातार भ्रष्ट अधिकारियों और दलालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है। लेकिन सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचाने का काम कर रही है। आज के प्रदर्शन में सीटू नेता भीम सिंह, यूनियन नेता महाबीर चांग, सुरेश सरल, बंशी बड़वा, रूबेन्द्र देवसर, दयाकिशन बडेसरा, विजय मिताथल, मंगतू चांग, भतेरी बामला, संजय बरालू, धर्मपाल मिताथल आदि उपस्थित थे।