भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को मिली वाई श्रेणी की सुरक्षा, राजनीति में बढ़ी सक्रियता

पवन सिंह की सुरक्षा में वृद्धि
लंबे समय से विवादों में फंसे भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई है। यह सुरक्षा इंटेलिजेंस ब्यूरो द्वारा जारी की गई थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर दी गई है, जिसमें उनकी जान को खतरा बताया गया है। अब, पवन सिंह की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ के 11 जवान हमेशा उनके साथ रहेंगे।
सुरक्षा का कारण
सुरक्षा वृद्धि का मुख्य कारण
पवन सिंह पहले ऐसे कलाकार नहीं हैं जिन्हें इस तरह की सुरक्षा मिली है। हालाँकि, उनके मामले में यह निर्णय हाल ही में उनके विवादों के कारण लिया गया है। सूत्रों के अनुसार, सरकार ने इन विवादों और सुरक्षा खतरों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया है। आईबी की थ्रेट परसेप्शन रिपोर्ट में सुरक्षा जोखिम का आकलन किया गया, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया।
राजनीति में सक्रियता
पवन सिंह की राजनीतिक सक्रियता
पवन सिंह के लिए यह सुरक्षा वृद्धि ऐसे समय में हुई है जब वह राजनीति में अधिक सक्रिय हो रहे हैं। उन्होंने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने का निर्णय लिया है। पार्टी में शामिल होने के बाद, उन्होंने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और उपेंद्र कुशवाहा जैसे प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। यह माना जा रहा है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में भाग ले सकते हैं। चर्चा है कि भाजपा उन्हें आगामी चुनाव में अपना उम्मीदवार बना सकती है। वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करना उनकी बढ़ती राजनीतिक सक्रियता का संकेत है।
बिहार की राजनीति में अन्य कलाकारों का प्रवेश
बिहार की राजनीति में प्रवेश करने वाले अन्य कलाकार
पवन सिंह अकेले ऐसे कलाकार नहीं हैं जो बिहार की राजनीति में प्रवेश करने की चर्चा में हैं। कई अन्य भोजपुरी और लोक कलाकार भी राजनीतिक दलों के करीब आ रहे हैं। लोक गायिका मैथिली ठाकुर ने हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और नित्यानंद राय से मुलाकात की। अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने भी भाजपा मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की, जिससे उनके चुनावी मैदान में उतरने की अटकलें तेज हो गई हैं। इन भोजपुरी सुपरस्टार्स के राजनीतिक प्रवेश से बिहार चुनाव का माहौल और गरमा सकता है। उनकी बढ़ी हुई सुरक्षा को इसी राजनीतिक परिदृश्य से जोड़ा जा रहा है।